कुछ ऐसा ही वाकया हुआ है काकोरी के ग्राम कठिन्ग्रा निवासी अब्बास मेहंदी के साथ प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित ने गांव में स्थित अपनी बाग की रखवाली के लिए गांव के ही निवासी ब्रजलाल पुत्र स्व महावीर को नौकरी पर रखा हैं। बीती रात ब्रजलाल रोज की तरह बाग की रखवाली के लिए बाग में ही मौजूद था तभी गांव के ही पुजारी पुत्र जगदीश, पप्पू पुत्र स्व मेवालाल व मो अली पुत्र वाकर हुसैन समेत कुछ अज्ञात लोगो ने बाग पर पहुँच कर बाग के मुख्य दरवाजे पर जंजीर डाल कर ताला डालने लगे जिसका ब्रजलाल ने विरोध किया तो वहाँ मौजूद मो अली ने उसे जातिसूचक शब्द कहते हुए गाली देने लगा तभी पुजारी, कल्लू व पप्पू समेत कई लोग बॉउंड्रीवाल फांद कर बाग में घुस गए और ब्रजलाल के साथ मारपीट करने लगे जिसके बाद उसे जमीन पर गिरा कर सभी आरोपी वहाँ से फरार हो गए। इसकी सूचना जब अब्बास मेहंदी को मिली तो उन्होंने ब्रजलाल के साथ काकोरी थाने पहुँच कर उक्त आरोपियों के खिलाफ एफ०आई०आर० लिखवाना चाहा तो पुलिस ने उक्त आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय पीड़ितों को ही थाने में बैठा लिया।
वहीं पीड़ित का कहना है कि कुछ दिन पूर्व भी रात के समय पुजारी, पप्पू व राजू पुत्र मेवालाल समेत कुछ अन्य लोग चोरी से लकड़ी काट रहे थे जिसकी भनक ब्रजलाल को होते ही वह मौके पर पहुँच गया जिसके बाद उक्त आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए थे ।