स्टडी के अनुसार सर्वे में शामिल दो तिहाई भारतीय (लगभग 78%) अपनी गोपनीय जानकारी के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंतित थे। वहीं 77 प्रतिशत लोगों को थर्ड पार्टी रिटेलर की ओर से ठग लिए जाने की चिंता सता रही थी। ऑनलाइन खरीदे गए रिफरबिस्ड डिवाइस के संबंध में 72 प्रतिशत लोग चितिंत थे। सर्वे में शामिल किए गए 69 प्रतशत लोग अपनी खरीदे गए सामान की हैंकिंग के बारे में सोचकर भी परेशान थे। नॉर्टन लाइफ लॉक के भारत और सार्क देशों के निदेशक रितेश चोपड़ा केक अनुसार हाल के दिनों में ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों की संख्या बढ़ी है, इसके साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग स्कैम, गिफ्ट कार्ड फ्रॉड और पोस्टल डिलीवरी फ्रॉड भी बढ़े हैं।
स्टडी के अनुसार सर्वे के दौरान 78 प्रतिशत लोगों ने यह भी माना कि अपने डिवाइसेज के माध्यम से ऑनलाइन रहकर समय बिताकर उन्होंने त्योहारों के दौरान अधिक जुड़ा हुआ महसूस किया। 74 प्रतिशत लोगों का यह भी मानना था कि यह उनके मानसिक स्वास्थ्य की बेहतरी में मददगार रहा। स्टडी के दौरान 65 प्रतिशत भारतीय व्यस्कों ने यह भी कहा कि यदि त्योहारों के दौरान उनकी ऑनलाइन उपकरणों तक पहुंच नहीं होती तो उनका मानसिक स्वास्थ्य इससे प्रभावित होता। रितेश चोपड़ा के अनुसार हमारी रिपोर्ट यह भी बताती है कि कई भारतीय त्योहारों के दौरान ऑनलाइन शॉपिंग करते हुए ठगी का शिकार हुए।