उदयपुर (मानवी मीडिया): उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के बाद की सीसीटीवी फुटेज सामने आई है जिसमें आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद वहां से भागने हुए नजर आ रहे है। एक दुकान में लगे सीसीटीवी में ये फुटेज कैद हो गई है। अपराधी गौस और रियाज 2611 नंबर की बाइक में सवार होकर भागते हुए नजर आए। कन्हैया की हत्या के बाद बाजार में भगदड़ जैसे हालात बन गए थे। हर कोई दहशत में यहां-वहां भागता दिख रहा है। वहीं, दुकानदार भी जल्दी-जल्दी समान समेटकर दुकान बंद करने लगता है।
उदयपुर के मालदास स्ट्रीट में 28 जून को कन्हैयालाल की गर्दन काटकर हत्या कर दी गई थी। नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट की वजह से जिस समय रियाज और गौस ने कन्हैया की क्रूरता से हत्या की, बाजार में चीख-पुकार मच गई। लोग अपनी जान बचाने को यहां-वहां भागने लगे। ईश्वर सिंह नाम का एक शख्स ही केवल कन्हैया की जान बचाने को आगे आया था।
पास की एक दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज में भागते हुए आरोपियों के साथ बाजार में मची भगदड़ और दहशत भी कैद हुई है। आरोपी यहां से भागकर एसके इंडस्ट्रीज पहुंचे थे और यहां पर कबूलनामे वाला वीडियो बनाकर बाइक से अजमेर की ओर भाग निकले थे। दोनों को उसी दिन उदयपुर से करीब 160 किलोमीटर दूर राजसमंद के भीम में गिरफ्तार कर लिया था।
उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड में पकड़े गए रियाज और गौस को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। हत्याकांड की जांच में जुटी एजेंसियों को दो नफरती व्हाट्स ग्रुप के बारे में पता चला है। इस ग्रुप का नाम है लब्बेक और रसूल अल्लाह, जांच में पता चला है कि व्हॉट्सऐप ग्रुप पर नफरती मैसेज डाले जाते थे, ये सभी मैसेज उर्दू में लिखे होते थे, अब जांच एजेंसियां उन नंबरों को खंगाल रही है जो इस ग्रुप में जुड़े हुए थे। जांच में ये भी पता चला है कि हत्या वाले दिन वीडियो वायरल करने के लिए रियाज ने अपने ग्रुप में कई नंबरों को जोड़ा था। जांच एजेंसियों को शक है कि इस ग्रुप में देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाता था। पाकिस्तान से लौटने के बाद रियाज कई बार अपने ठिकाने बदल चुका था उदयपुर में 20 सालों में रियाज ने कई मकान बदले।
कन्हैयालाल की हत्या के बाद का CCTV फुटेज आया सामने, गला काटने के बाद ऐसे भागे थे रियाज-गौस, मच गई थी भगदड़