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Saturday, July 16, 2022

जिसने मुलायम को अपमानित किया, उसका समर्थन क्यों? शिवपाल ने अखिलेश यादव को दी नसीहत

लखनऊ (मानवी मीडिया): समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक और प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव को अतीत का आइना दिखाते हुए नसीहत दी है कि पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के लिये अपमानजनक बयान देने वाले राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देना उचित नहीं है और उन्हें इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिये।

शिवपाल ने शनिवार को अपने भतीजे अखिलेश को एक पत्र लिखकर कहा कि सपा ने राष्ट्रपति चुनाव में उस व्यक्ति का समर्थन करने का फैसला किया है, जिसने पार्टी के प्रेरणा स्रोत मुलायम सिंह को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट बताकर अपमानित किया था। उन्होंने अखिलेश से इस फैसले पर पुनर्विचार करने का सुझाव देते हुए कहा कि पार्टी के इस फैसले से उनकी घोर असहमति है।

शिवपाल ने ट्वीट कर कहा, “सपा के वर्तमान नेतृत्व ने राष्ट्रपति चुनाव में उस व्यक्ति का समर्थन किया है,जिसने हम सभी के अभिभावक और प्रेरणा व ऊर्जा के स्रोत आदरणीय नेताजी को ‘आईएसआई’का एजेंट बताया था। पार्टी नेतृत्व के इस फैसले के विरुद्ध मेरी घोर असहमति है। नेताजी के अपमान की शर्त पर कोई फैसला मंजूर नहीं।” उन्होंने अपने ट्वीट के साथ अखिलेश को लिखे पत्र एवं यशवंत के उस बयान की अखबार में प्रकाशित खबर की कतरन भी चस्पा की है, जिसमें उन्होंने मुलायम सिंह को देश के रक्षा मंत्री रहते आईएसआई का एजेंट बताया था।

शिवपाल ने पत्र में इसे एक संवेदनशील मुद्दा बताते हुए कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सपा को राष्ट्रपति प्रत्याशी के तौर पर एक अदद समाजवादी विरासत वाला नाम न मिला। यह कहते हुए मुझे दुख और क्षोभ हो रहा है कि जो समाजवादी कभी नेताजी के अपमान पर आग बबूला हो जाते थे, आज उसी विरासत के लोग नेताजी को अपमानित करने वाले व्यक्ति का राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन कर रहे हैं।’’

इतना ही नहीं शिवपाल ने पत्र में यह भी लिखा, “ऐसा लगने लगा है कि पूरी पार्टी मजाक का पात्र बनकर रह गयी है।” उन्हाेंने पत्र के अंत में अखिलेश को सुझाव देते हुए कहा, “प्रिय अखिलेश जी मुझे अपनी सीमायें पता हैं, आप समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष हैं, ऐसे में मेरा सुझाव है कि उपरोक्त बिंदुओं के आलोक में अपने फैसले पर पुनर्विचार करें।”

गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद के लिये हो रहे चुनाव में आगामी 18 जुलाई को मतदान होना है। इस चुनाव में सत्तारूढ़ राजग ने आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाली पूर्व राज्यपाल द्राैपदी मुर्मू को और विपक्षी दलों ने अटल सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है।

विपक्षी दलों के गठबंधन के सहयोगी दल के रूप में शिवपाल की अगुवाई वाली प्रसपा और ओपी राजभर की पार्टी सुभासपा ने पहले ही मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। वहीं बसपा ने भी आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने के कारण मुर्मू को समर्थन दिया है।

[16शिवपाल की अखिलेश यादव को नसीहत, बोले- जिसने मुलायम को अपमानित किया, उसका समर्थन क्यों?

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