शिक्षा क्षेत्र में होगा बदलाव, पीएम ई-विद्या को तुरंत किया जाएगा लॉन्च  - मानवी मीडिया

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Sunday, May 17, 2020

शिक्षा क्षेत्र में होगा बदलाव, पीएम ई-विद्या को तुरंत किया जाएगा लॉन्च 




  • राष्ट्रीयर रविवार 17 मई, 2020 |नई दिल्ली वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की पांचवीं और आखिरी किस्त जारी की। पिछले 4 दिनों से वे शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थीं। उनका जोर एमएसएमई, किसान, खेती और रिफॉर्म पर था। शनिवार को उन्होंने कोयला, मिनरल, रक्षा और एविएशन सहित आठ सेक्टर से जुड़ी घोषणाएं कीं। वहीं पांचवीं व आखिरी किस्त का ब्योरा देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अब ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा। लिहाजा 200 नई पाठ्यपुस्तकों को ई पाठशाला में जोड़ा गया है। उन्होंने कहा, ई-क्लास की शुरुआत की गई है। HRD मंत्रालय ने लाइव क्लास का इंतजाम किया है। ग्रामीण इलाकों में तकनीकी के जरिए पढ़ाई कराई जाएगी। ई-संजीवनी टेली कंसल्टिंग की की शुरुआत की गई है। वहीं पीएम ई-विद्या को तुरंत आधार पर लॉन्च किया जाएगा। इसमें राज्य व केन्द्र शासित प्रदेशों में स्कूली शिक्षा के लिए दीक्षा प्राग्राम होगा। वित्तमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के नाम संबोधन के शब्दों के साथ की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने आर्थिक आपदा को अवसर में बदलने की बात कही थी। वित्त मंत्री ने बताया कोरोना महामारी से उपजे समस्याओं और संकट के बीच अवसर तलाश किया जा रहा है। आज भी कई क्षेत्रों में सुधार की घोषणा की जायेगी। डीबीटी के जरिये लाभार्थियों तक सहायता राशि भेजी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव हो पाया जब हम आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल पिछले चार सालों से अधिक समय से कर रहे है। डीबीटी के जरिये लाभार्थियों तक सहायता राशि भेजी जा रही है, यह तभी संभव हो पाया जब हम आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल पिछले 4 सालों से अधिक समय से कर रहे है। शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का उपयोग कैसे हो, इसके लिए कदम उठाए गए, एचआरडी मंत्रालय ने इसको गंभीरता से लिया। डीटीएच के जरिए इन लोगों तक पहुंचा जाएगा, जहां इंटरनेट की सुविधा नहीं है। शिक्षा प्रदान कराने के लिए तीन चैनल्स को चिन्हित कर लिया गया है। 12 अन्य चैनल्स को भी इसमें जोड़ दिया जाएगा। साथ ही लाइव सेशंस का प्रसारण भी हो सके, इसका प्रावधान भी विशेषज्ञों के माध्यम से किया गया। राज्यों को चार घंटे का एजुकेशन के लिए कंटेंट देने को कहा गया है। 200 नई पुस्तकें भी जोड़ी गई हैं।




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