- पंजाब09:36 pm शुक्रवार 31 जनवरी, 2020 मोहाली पद्मश्री विजेता पंजाबी लेखिका डॉ. दिलीप कौर टिवाणा (84) का शुक्रवार दोपहर को देहांत हो गया। उन्होंने मैक्स हॉस्पिटल मोहाली में अंतिम सांस ली। डा. टिवाणा के निधन से साहित्य जगत में शोक की लहर फैल गई। डॉ. टिवाणा कुछ दिनों से बीमार थीं। वह फेफड़ों की बीमारी से जूझ रही थीं। 16 जनवरी को उन्हें सर्दी लगी जिस कारण उन्हें फेफड़ों में दर्द महसूस हुआ। इस वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। हालत बिगड़ते देख पति डॉ. भूपिंदर सिंह व उनके बेटे डॉ. सिमरनजीत सिंह ने उन्हें मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया। उन्हें आईसीयू में रखा गया था। डॉ. दिलीप कौर टिवाना ने पूरी दुनिया में पंजाब का नाम रोशन किया है। उनकी रचनाएं हमेशा सामाजिक सरोकार से जुड़ी रहीं। 2015 में लेखिका ने 1984 के सिख दंगे और मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा के विरोध में पद्मश्री सम्मान लौटा दिया। विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर वीर दविंदर सिंह भी उनका हालचाल जाने के लिए पहुंचे हुए थे। सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने सीएमओ मोहाली को अस्पताल में भेजा। उन्होंने डॉक्टरों को हिदायत दी थी कि उनके इलाज में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं आनी चाहिए। पंजाब साहित्य अकादमी, लुधियाना के पदाधिकारियों ने डा. टिवाणा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। डा. टिवाणा का जन्म 1935 में लुधियाना जिले के गांव रब्बो में हुआ था।
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Friday, January 31, 2020
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साहित्य जगत को गहरा सदमा, पद्मश्री विजेता लेखिका डॉ. दिलीप कौर टिवाणा का निधन
साहित्य जगत को गहरा सदमा, पद्मश्री विजेता लेखिका डॉ. दिलीप कौर टिवाणा का निधन
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