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Wednesday, August 28, 2019

पाक की याचिका में नाम आने से नए पंगे में फंसे राहुल गांधी, कांग्रेस ने दिया स्पष्टीकरण-भाजपा हमलावर


28, अगस्त 2019 नई दिल्ली कांग्रेस ने पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में दायर अपनी याचिका में उसके नेता राहुल गांधी के नाम का हवाला देने के लिए पाकिस्तान को लताड़ लगाई है और कहा है कि उसने अपने झूठ को सही ठहराने के लिए शरारतपूर्ण तरीके से राहुल गांधी के नाम का इस्तेमाल किया है। उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राहुल ने देश का अपमान किया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भारत को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान को मौका दिया है। प्रकाश जावड़ेकर ने आगे कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जिस तरह जम्मू एवं कश्मीर को लेकर टिप्पणियां कीं, हम सब जानते हैं, उन्हीं की टिप्पणियों का पाकिस्तान ने इस्तेमाल किया है। संयुक्त राष्ट्र को दी गई पाकिस्तान की अर्जी में राहुल की टिप्पणियों का जिक्र है।जावड़ेकर ने कहा, पाकिस्तान ने अर्जी में कहा है कि (कश्मीर में हो रही) हिंसा की घटनाओं को मुख्यधारा के राहुल गांधी जैसे नेताओं ने कबूल किया है। पाकिस्तान की संयुक्त राष्ट्र को दी गई अर्जी में राहुल गांधी का नाम है। वह वोटबैंक की राजनीति कर रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक वक्तव्य जारी कर कहा है,“ कांग्रेस को रिपोर्टों से पता चला है कि पाकिस्तानी सरकार ने जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में जो कथित याचिका दी है उसमें अपनी झूठ और भ्रामक जानकारी को सही ठहराने के लिए शरारतपूर्ण तरीके से गांधी के नाम का हवाला दिया गया है।”पार्टी ने कहा है,“ दुनिया में किसी को इस बात पर संदेह नहीं होना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग थे, हैं और सदैव रहेंगे। पाकिस्तान के किसी भी धोखे से यह सच नहीं बदलने वाला।” वक्तव्य में कहा गया है कि पाकिस्तान को उसके कब्जे वाले कश्मीर-गिलगित-हुंजा-बालटिस्तान में में मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन पर सवालों का जवाब देना चाहिए। पाकिस्तान को 7 करोड़ मोहाजिराें के उत्पीड़न और पाकिस्तानी फौज द्वारा 25 हजार लोगों की हत्या पर जवाब देना चाहिए। सुरजेवाला ने कहा कि बलुचिस्तान में मानवाधिकारों के हनन और हजारों लोगों के लापता होने तथा विभिन्न एजेन्सियों द्वारा सामूहिक कब्रों का पता चलने के खुलासों पर किसी तरह का जवाब नहीं दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि 13 जुलाई 2018 को बलुचिस्तान अवामी मूवमेंट की चुनावी रैली के दौरान 128 निर्दोष लोगों की बर्बर हत्या की सारी दुनिया गवाह है। पाकिस्तान को पश्तुनों और अहमदिया समुदाय के लोगों के उत्पीड़न का भी जवाब देना है।         पाकिस्तानी सरकार को आडे हाथों लेते हुए उन्हाेंने कहा कि दुनिया को याद रखना चाहिए कि लश्कर ऐ तैयबा, जैश ए मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिद्दीन , अल कायदा और तालिबान जैसे आतंकवादी संगठन पाकिस्तान में राजनीतिक और सैन्य संरक्षण में फल फूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को कश्मीर पर हौवा खड़ा करने के बजाय अपने लोगों तथा अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इन मुद्दों पर जवाब देना चाहिए। 





 




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