उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) कई जिलों में हाहाकार मचा हुआ है. हरदोई जिले से खबर सामने आ रही है कि यहां पर बारिश के बाद नरौरा, बिजनौर व हरिद्वार गंगा बैराजों से भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया. करीब साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी ने नदियों की स्थिति भयावह कर दी है, जिससे नदियों के आस-पास बसने वाले गांवों में कोहराम मच गया है.
कोई गृहस्थी लेकर यहां से भागने को मजबूर है तो किसी का सबकुछ पानी में डूब चुका है. खाने को दाना तक नहीं बचा है. मौके पर NDRF और SDRF ने मोर्चा संभाल रखा है और लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, सवायजपुर व बिलग्राम क्षेत्र में गंगा, रामगंगा नदियों में बाढ़ आने से सवायजपुर तहसील क्षेत्र के करीब 35 राजस्व गांवो के 105 मजरे प्रभावित हुए हैं. कुछ तो पानी से घिर गए हैं और कुछ पानी में डूब गए हैं, जो मजरे पानी से घिरे हुए हैं, वहां के लोग करीब 10 दिन से मवेशियों के साथ घरों में कैद होने को मजबूर हैं, जिससे लोगों के साथ ही मवेशी भी भूख प्यास से बिलख रहे हैं.
ऐसे में राज्य आपदा मोचन बल लखनऊ (एसडीआरएफ) तथा एनडीआरफ ने मोर्चा संभाल रखा है और राहत कार्य जारी है. बता दें कि बिलग्राम और सवायजपुर तहसील के बाढ़ग्रस्त इलाकों में आपात स्थिति से निपटने के लिए जो टीमें लगाई गई हैं
उनमें से एसडीआरएफ टीम लीडर मेजर अभिनव सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनकी यूनिट में 16 जवान हैं जिसके साथ तीन स्टीमर व तीन नावे हैं और सभी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.