प्रदेश भाजपा कार्यालय को पिछले सप्ताह एक धमकी भरा पत्र मिला था जिसमें कहा गया था कि 24 और 25 अप्रैल को राज्य की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री की हत्या कर दी जाएगी। केरल भाजपा के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन को संबोधित पत्र पर एन.जे. जॉनी के नाम से हस्ताक्षर थे और उसका फोन नंबर भी लिखा गया था।
जब पुलिस ने सुरेंद्रन द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर जॉनी से पूछताछ की, तो उसने धमकी भरे पत्र से अनभिज्ञता जताई, लेकिन कहा कि उसका अपने पड़ोसी जेवियर के साथ विवाद था। पुलिस ने जेवियर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने खुलासा किया कि उसने अपने पड़ोसी जॉनी को परेशान करने के लिए खुद उसके नाम से पत्र भेजा था। उनकी लिखावट के वैज्ञानिक सत्यापन से यह साबित हुआ कि वास्तव में जेवियर ने ही पत्र भेजा था।
जेवियर को गिरफ्तार कर काफी देर तक पूछताछ की गई, लेकिन वह इस बात पर अडिग है कि उसका प्रधानमंत्री को धमकाने का कोई इरादा नहीं था, बल्कि उसने अपने पड़ोसी से बदला लेने के लिए यह कदम उठाया। एर्नाकुलम के पुलिस आयुक्त के. सेतुरमन ने जांच दल का नेतृत्व किया।