लखनऊ (मानवी मीडिया) इनकम टैक्स बार एसोसिएशन (ITBA) लखनऊ व आल इंडिया फेडरेशन ऑफ़ टैक्स प्रैक्टिशनर (AIFTP) मुंबई द्वारा आज लखनऊ के एक निजी होटल में दो दिवसीय टैक्स कांफ्रेंस का आयोजन किया गया l कांफ्रेंस का उद्घाटन न्यायमूर्ति सुप्रीम कोर्ट राजेश बिंदल द्वारा किया गया व् साथ में मुख्य इलाहबाद उच्च न्यायालय पी. दिवाकर , न्यायमूर्ति इलाहबाद उच्च न्यायालय पी. दिवाकर , न्यायमूर्ति इलाहबाद उच्च न्यायालय रमेश सिन्हा, न्यायमूर्ति इलाहबाद उच्च न्यायालय डी.के उपाध्याय, न्यायमूर्ति इलाहबाद उच्च न्यायालय इरशाद अली , न्यायमूर्ति इलाहबाद उच्च न्यायालय पियूष अग्रवाल , AIFTP के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज घिया, ITBA के अध्यक्ष आर पी तिवारी, कांफ्रेंस के चेयरमैन के के दीक्षित, देश के विभिन्न शहरो से आये टैक्स प्रोफेशनल्स, व्यपार संघटन के सदस्य व देश के जाने माने विषय विशेषज्ञ उपस्थित रहे l दो दिवसिय इस सेमिनार में 6 टेकनीकल सेशन रखे गए है जिनमे आयकर व् जी.एस.टी की तमाम कानूनी पेचेदिगियों/विसंगतियो पे विषय विशेषज्ञ द्वारा चर्चा की जाएगी व उसका एक प्रतिवेदन सरकार को भी भेजा जायेगा ताकि व्यापारी व् टैक्स पेयर्स को आने वाली समस्याओं का समाधान किया जा सके l
मुख्य अथिति न्यायमूर्ति राजेश बिंदल द्वारा आयोजन की सराहना की गई ये भी कहा गया कि समय समय पर ऐसे आयोजन होतें रहने चाहिए ताकि कानूनी समस्याओं का समाधान निकलता रहे ताकि देश के करदाताओ को परेशानियो का सामना ना करना पड़े l
विषय विशेषज्ञ के रूप में जे के मित्तल, डॉ. राकेश गुप्ता, जमुना शुक्ला, नारायण पी जैन, हेमंत मोड़, आशीष कपूर, अरविन्द शुक्ला, आनंद पसारी, डॉ नवीन रत्न, एच एल मदान, संदीप अग्रवाल, अनिल श्रीवास्तव, रघुबीर पुनिया, रजत मेहरा, राजेश मेहता, अनिल माथुर, जगदीश पंजाबी, आई. पी. पाण्डेय, डी डी चोपरा, बिमल जैन व् पंकज घिया द्वारा विभिन्न विषयों पे चर्चा की गई lकार्यक्रम में विभिन्न व्यापारिक संघटन, कॉर्पोरेट घराने, टैक्स प्रोफेशनल्स व करदाताओ द्वारा हिस्सा लिया गया व अपनी समस्याओं को विषय विशेषज्ञ के साथ साझा किया गया l
आयोजकों द्वारा बताया गया कि संस्था द्वारा इस तरह के आयोजन देश के विभिन्न शहरो में लगातार किये जाते है तथा व्यापारियो और करदाताओ को आ रही कानूनी व व्यवाहरिक समस्यओं को सरकार तक पहुचा कर उनका समाधान कराया जाता है l AIFTP और AITB लगभग 75 वर्ष पुरानी संस्थाएं है और इनका मुख्य उद्देश्य टैक्स कानूनों पर चर्चा करके उनकी कमियों को दूर कराना है l इन संस्थाओ के कई सदस्य जज व तमाम संवैधानिक पदों पर चयनित हो चुके है l