इलाज के दौरान फरार सजायफ्ता युवराज कोरी गुजरात से गिरफ्तार - मानवी मीडिया

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Thursday, February 16, 2023

इलाज के दौरान फरार सजायफ्ता युवराज कोरी गुजरात से गिरफ्तार

लखनऊ (मानवी मीडिया)एस0आर0एन0 हास्पिटल में इलाज के दौरान पुलिस अभिरक्षा से लगभग 08 वर्ष से फरार आजीवन कारावास का सजायफ्ता व रू0 50,000/-का पुरस्कार घोषित अभियुक्त युवराज कोरी गुजरात प्रान्त से गिरफ्तार।

आज दिनांक-16-02-2023 को एस0टी0एफ0 उत्तर प्रदेश को एस0आर0एन0 हास्पिटल प्रयागराज में इलाज के दौरान लगभग 08 वर्ष पूर्व पुलिस अभिरक्षा से फरार आजीवन कारावास का सजायफ्ता व थाना कोतवाली जनपद प्रयागराज में पंजीकृत मु0अ0सं0-351/2015 धारा-223/224 भादवि में वांछित/सजायफ्ता रू0 50,000/- का पुरस्कार घोषित युवराज कोरी को गुजरात प्रान्त के सूरत से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।

गिरफ्तार अभियुक्त का विवरणः-

युवराज कोरी पुत्र बाबादीन, निवासी ग्राम दत्तीपुर, थाना कुमारगंज, जनपद फैजाबाद (अयोध्या) उम्र करीब-35 वर्ष।

बरामदगीः-

1- एक अदद मोबाइल 

2- एक अदद आधार कार्ड (छायाप्रति)

3- 200 रुपये नगद 

गिरफ्तारी का स्थान/दिनांक व समय

पी0पी0 सवानी हास्पिटल के पास सिद्ध कुटीर कार मेला के सामने, थाना क्षेत्र कपोदरा सूरत, गुजरात 16-02-2023 समय 14.55 बजे।

एस0टी0एफ0 उ0प्र0 को विगत काफी दिनांे से फरार/पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर आपराधिक घटनाएँ कारित करने की सूचनाएँ प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एस0टी0एफ0 की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देश के क्रम में श्री नवेन्दु कुमार, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई, प्रयागराज के पर्यवेक्षण मंे टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।

अभिसूचना संकलन के क्रम में एसटीएफ फील्ड इकाई, प्रयागराज की टीम को अभियुक्त युवरोज कोरी के गुजरात प्रान्त के सूरात में रहने की सूचना प्राप्त हुईं। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा जनपद सूरत, गुजरात पहुँच कर अभिसूचना संकलन से प्राप्त सूचना के आधार पर अभियुक्त युवराज कोरी को सिद्ध कुटीर कार मेला के सामने से समय 14ः55 बजे गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से उपरोक्त बरामदगी की गयी। 

उल्लेखनीय है कि अभियुक्त युवराज कोरी उपरोक्त ग्राम दत्तीपुर, थाना कुमारगंज, जनपद फैजाबाद का मूल निवासी है, जिसका विवाह रोशनी पुत्री राजाराम, निवासी उमरा, थाना हलियापुर, जनपद सुल्तानपुर के साथ हुआ था। दिनांक-09/10-09-2010 की रात्रि करीब 01.00 बजे मायके से ससुराल चलने को लेकर हुए विवाद में अभियुक्त युवराज कोरी द्वारा अपनी पत्नी रोशनी की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी गयी, जिसके सम्बन्ध में अभियुक्त के ससुर राजाराम पुत्र जानकी प्रसाद कोरी, निवासी उमरा, थाना हलियापुर, जनपद सुल्तानुपर द्वारा थाना हलियापुर पर दि0 10-09-2010 को मु0अ0सं0-460/2010 धारा-302 भादवि बनाम युवराज कोरी पंजीकृत कराया गया। विवेचना के मध्य तत्कालीन थानाध्यक्ष हलिया द्वारा दि0 12-09-2010 को अभियुक्त युवराज कोरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। हत्या का जुर्म साबित पाये जाने पर दि0 30-09-2010 को आरोप पत्र संख्या-48 सम्बन्धित मा0 न्यायालय, सुल्तानपुर प्रेषित किया गया। मा0 न्यायालय ए0डी0एस0जे0 सुल्तानपुर द्वारा दि0 22-12-2012 को मुकदमा उपरोक्त में युवराज कोरी को आजीवन कारावास व रूपये 10,000/- के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया। सिद्धदोष होने पर सजायाफ्ता युवराज कोरी केन्द्रीय कारागार नैनी स्थानान्तरित कर दिया गया। अभियुक्त द्वारा मा0 उच्च न्यायालय खण्डपीठ लखनऊ में जमानत हेतु अपील की गयी, जो दि0 27-05-2015 को खारिज कर दी गयी थी।

केन्द्रीय कारागार नैनी में दि0 27-12-2015 को अभियुक्त द्वारा पेट में दर्द होना बताया गया, जिसे केन्द्रीय कारागार नैनी के जेल चिकित्सक द्वारा एस0आर0एन0 चिकित्सालय, इलाहाबाद रेफर कर दिया गया। चिकित्सक के परामर्श के अनुसार उक्त सजायाफ्ता बन्दी को बन्दीरक्षक कृष्ण कुमार व आलोक कुमार की अभिरक्षा में कारागार वाहन से एस0आर0एन0 इमरजेन्सी में भर्ती कराया गया, जहाॅ से उक्त सजायाफ्ता बन्दी युवराज कोरी फरार हो गया, जिसके सम्बन्ध में दि0 28-12-2015 को श्री बी0एस0 मुकुन्द, जेलर केन्द्रीय कारागार नैनी, इलाहाबाद द्वारा थाना कोतवाली नगर, इलाहाबाद में मु0अ0सं0-351/2015 धारा-223/224 भादवि बनाम बन्दीरक्षक कृष्ण कुमार, आलोक कुमार व सिद्धदोष बन्दी युवराज कोरी के विरूद्ध पंजीकृत कराया गया। अभियुक्त युवराज कोरी उसी समय से फरार चल रहा था, जिसे आज गिरफ्तार किया गया। 

पूछताछ पर गिरफ्तार अभियुक्त युवराज कोरी ने बताया कि माननीय उच्च न्यायालय लखनऊ खण्ड पीठ से मेरी जमानत अपील खारिज होने के उपरान्त मैं यह समझ गया था कि अब मुझे जेल में ही रहना है, तब मंैने जेल से भागने का मन बना लिया था और तेज पेट दर्द का बहाना बनाकर जेल अस्पताल गया और वहाॅ से मुझे एस0आर0एन0 हाॅस्पिटल, प्रयागराज रेफर कर दिया गया, जहाॅ मेरा इलाज चल रहा था तथा मेरी सुरक्षा में लगे गार्डो को नींद आ गयी उनकी नींद और अंधेरे का फायदा उठाकर मैं हाॅस्पिटल से भाग गया तथा गुजरात आकर अपनी बहन के पास रहने लगा। इसी दौरान उमरिया मध्य प्रदेश की पूजा से दूसरी शादी कर ली।  

गिरफ्तार अभियुक्त को मुकदमा उपरोक्त में थाना कपोदरा सूरत में दाखिल कर माननीय न्यायालय जे0एम0एफ0सी-07 उमरा सूरत के समक्ष पेश कर ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त करने की कार्यवाही की जा रही है।

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