मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि इस वर्ष का बजट भी कोई ज्यादा अलग नहीं। पिछले साल की कमियाँ कोई सरकार नहीं बताती और नए वादों की फिर से झड़ी लगा देती है जबकि जमीनी हकीकत में 100 करोड़ से अधिक जनता का जीवन वैसे ही दाव पर लगा रहता है जैसे पहले था। लोग उम्मीदों के सहारे जीते हैं, लेकिन झूठी उम्मीदें क्यों?
लखनऊ (मानवी मीडिया) बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में केंद्रीय बजट 2023-24 पेश किया। बजट पेश होने के बाद तरह तरह की राजनीतिक प्रतिक्रिया आ रही है। बसपा सुप्रीमों मायावती ने बजट को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि देश में पहले की तरह पिछले 9 वर्षों में भी केन्द्र सरकार के बजट आते-जाते रहे जिसमें घोषणाओं, वादों, दावों व उम्मीदों की बरसात की जाती रही, किन्तु वे सब बेमानी हो गए जब भारत का मिडिल क्लास महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि की मार के कारण लोवर मिडिल क्लास बन गया, अति-दुखद।