बताया गया कि सोमवार देर शाम बुधन सिंह बोदरा कहीं बाहर से लौटने के बाद अपने घर में बड़बड़ाते हुए चापड़ की धार तेज करने लगा। यह देख उसकी पत्नी डर गई। उसने अनहोनी की आशंका देखते हुए घर से बाहर निकल शोर मचाते हुए मदद के लिए गांव वालों को पुकारा। जब गांव के लोग पहुंचे तो बुधन सिंह ने घर का दरवाजा बंद कर रखा था। काफी कोशिश के बाद भी जब उसने दरवाजा नहीं खोला तो कुछ लोगों ने घर की खपरैल छत पर चढ़कर खपड़ा हटाकर देखा तो चारों तरफ खून फैला हुआ था। इसके बाद लोग उसके घर का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो पाया कि बुधन सिंह बोदरा ने दोनों बेटियों 8 वर्षीय नीमा बोदरा और 6 वर्षीय हिरामुनी बोदरा का सिर चापड़ से काटकर अलग कर दिया था। उसने घर की मुर्गियों को भी काट डाला था। बुधन वहीं हथियार लिए बैठा था।
गांव के लोगों ने उसे पकड़ कर बांध दिया। देर रात पुलिस को वारदात की सूचना दी गई। नक्सल प्रभावित इलाका होने की वजह से पुलिस रात की बजाय सुबह मौका-ए-वारदात पर पहुंची। आरोपी को गिरफ्तार कर अनुमंडल मुख्यालय चक्रधरपुर लाया गया है। मेडिकल जांच के बाद उसे जेल भेजा जाएगा।