मथुरा (मानवी मीडिया) कुछ समय पहले मथुरा के डीएम के रूप में तैनाती के दौरान नवनीत सिंह चहल का वृंदावन में बंदर चश्मा उतार ले गए थे। अब आगरा में इसी पद पर आए तो बंदर उनकी एस्कार्ट गाड़ी में ही बैठ गए। बंदरों ने उसमें रखे सामान को ही उठाकर फेंक दिया। सीटों को भी नुकसान पहुंचाया। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया।
वृंदावन में जिस तरह से बंदरों का मंदिरों और उसके आसपास के क्षेत्रों में कब्जा है। उसी तरह से ताजनगरी में भी बंदरों का कम उत्पात नहीं है। ताजमहल में तो आए दिन सैलानी बंदरों का निशाना बनते रहते हैं। कलक्ट्रेट में भी बंदरों का काफी जमावड़ा रहता है। शुक्रवार को जिलाधिकारी चहल अपने कर्यालय में बैठे जनसमस्याएं सुन रहे थे।
उसी दौरान उनके कार्यालय के बाहर खड़ी एस्कार्ट गाड़ी में बंदरों ने कब्जा कर लिया। बंदर काफी देर तक उत्पात मचाते रहे। गाड़ी के अंदर रखे सामान को बाहर निकालकर फेंक दिया। बंदरों ने सीटों को भी फाड़ दिया। जब सिपाहियों ने बंदरों का उत्पात देखा तो डंडे से उन्हें भगाया। इस घटना का एक युवक ने वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर पोस्ट भी डाल दी। जिलाधिकारी ने चार्च लेने के बाद बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए रैपिड प्लान की बात कही थी। शुक्रवार को बंदरों ने उनका कहना है कि बंदरों के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है। जल्द ही इसका प्लान तैयार हो जाएगा। उसके बाद लोगों को बंदरों के उत्पात से निजात मिल सकेगी।