केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने कहा, परिवार के आरोपों की उच्चस्तरीय जांच की जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। चौक पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक, लखनऊ के बाबूगंज इलाके की रहने वाली गर्भवती डॉक्टर को 20 सितंबर को क्वीन मैरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मृतक के पिता सूर्य कुमार ने अपनी पुलिस शिकायत में कहा, “24 सितंबर को दोपहर में हमने देखा कि मेरी बेटी डॉ. स्नेहा सिंह की हालत बिगड़ती जा रही है और हम तुरंत ड्यूटी पर डॉक्टरों के पास पहुंचे, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। अगली सुबह बच्चे का जन्म हुआ और डॉक्टरों ने हमें बताया कि बच्चा मृत पैदा हुआ था। जब हम बच्चे के अंतिम संस्कार के बाद लौटे तो हमें बताया गया कि मां का भी निधन हो गया है।”
उन्होंने इस घटना के लिए कथित तौर पर जिम्मेदार डॉक्टरों को नामजद किया है। इसके साथ ही मौत का कारण ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों की अनदेखी को बताया और आरोप लगाया कि पूरा इलाज जूनियर डॉक्टरों ने चलाया। पुलिस शिकायत के आधार पर केजीएमयू ने एक उच्चस्तरीय समिति गठित करने का फैसला किया है। डॉ. सुधीर सिंह ने कहा, समिति आरोपों की समीक्षा करेगी और पता लगाएगी कि क्या मेडिकल टीम की गलती थी या उन्होंने किसी चेतावनी के संकेतों की अनदेखी की।