मुख्य सचिव ने दिए निर्देश, किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों के वेरीफिकेशन 15 दिन - मानवी मीडिया

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Thursday, September 1, 2022

मुख्य सचिव ने दिए निर्देश, किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों के वेरीफिकेशन 15 दिन


लखनऊ (मानवी मीडियामुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि  पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों का सत्यापन 15 दिन के भीतर मिशन मोड में पूरा कराया जाए। निर्वाचन की भांति लेयर सुपरविजन सिस्टम विकसित कर इसकी नियमित मॉनीटरिंग की जाए। वह बुधवार को ‘एग्रीस्टैक-डिजिटल एग्रीकल्चर’ डिजिटल पोर्टल विकसित करने के लिए स्टीयरिंग कमेटी की बैठक ले रहे थे।

मुख्य सचिव ने कहा कि सम्मान निधि के सत्यापन की जनपदों से प्रतिदिन रिपोर्ट प्राप्त की जाए। 15 दिन के पश्चात एक भी वेरीफिकेशन अवशेष नहीं रह गया है, इसका प्रमाण पत्र संबंधित लेखपाल एवं कृषि विभाग के अधिकारियों से लिया जाए। अच्छा कार्य करने वाले कर्मियों को पुरस्कृत तथा लापरवाही बरतने वाले कर्मियों को दंडित भी करें।

उन्होंने कहा कि ‘एग्रीस्टैक-डिजिटल एग्रीकल्चर’ के माध्यम से किसानों तक डिजिटल सेवा को सुगम बनाया जाए। इसके प्रदेश में लागू करने से किसानों को खेती करने में आसानी होगी। इस पोर्टल को विकसित करने के लिये प्रारंभिक चरण में तीन बुनियादी ब्लॉक्स भूमि अभिलेखों के गतिशील लिकिंग के साथ किसान डाटाबेस, गांव के नक्शे की जियो रेफरेसिंग, जीआईएस आधारित वास्तविक समय फसल सर्वेक्षण पर कार्य करना होगा। बैठक में अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, सचिव कृषि अनुराग यादव आदि भी मौजूद थे।

कुपोषित बच्चों को दें पौष्टिक अनाज : मुख्य सचिव
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कुपोषित बच्चों को अनुपूरक पोषाहार में दिए जाने वाले राशन में पौष्टिक अनाज दिए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि 6 से 36 माह की आयु वाले बच्चों के अलावा गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों घरेलू इस्तेमाल के लिए दिए जाने वाले खाद्यान्न (टेक होम राशन) में पौष्टिक गुणवत्ता का खास ख्याल रखा जाए। मुख्य सचिव ने विभागीय अधिकारियों को पोषण वाटिका बनाने के लिए नागरिकों को जागरूक करने पर फोकस करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने बुधवार को लोकभवन में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा टेक होम राशन (टीएचआर) योजना का प्रस्तुतीकरण देखने के बाद अधिकारियों को यह निर्देश दिए। उन्होंने कुपोषित बच्चों और अन्य लाभार्थियों को दिए जाने वाले खाद्यान्न के वितरण में किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरतने के साथ ही खाद्यान्न की पौष्टिकता का विशेष ख्याल रखने को कहा।

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