नौजवानों के बुनियादी सवालों एवं पीड़ा से अवगत कराते हुए कहा कि यदि समय रहते कोई ठोस कार्य योजना नहीं बनी तो योग्य नौजवान बेरोजगारी की दशा में अवसादग्रस्त होकर अपराध की तरफ बढ़ जायेंगे जो चिंतनीय एवं गंभीर है
राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के तत्वावधान में युवा एवं खेल मामलों के केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर,सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय मंत्रालय राज्यमंत्री भारत सरकार रामदास अठावले,सांसद कैंसरगंज बृज भूषण शरण सिंह,राज्यसभा सांसद विजय पाल सिंह तोमर,राज्यसभा सांसद नीरज शेखर,आजमगढ़ सांसद दिनेश लाल यादव"निरहुआ",राज्यसभा सांसद सकलदीप राजभर,देवरिया सांसद रमापति राम त्रिपाठी,अकबरपुर(कानपुर-देहात) देवेंद्र सिंह उर्फ भोले सिंह,बांदा-चित्रकूट सांसद आर.के सिंह पटेल,कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढी,लोक जनशक्ति पार्टी(पासवान) चीफ चिराग पासवान,एनसीपी चीफ शरद पवार को मांगपत्र सौंपकर नौजवानों,बेरोजगारों के बुनियादी सवालों एवं उनके समाधान के लिए विचार करने के लिए प्रधानमंत्री व लोकसभा अध्यक्ष को पत्र के माध्यम से आगामी शीतकालीन सत्र में अध्यादेश लाने के लिए अनुरोध किया हैl
इसके पूर्व कई युवा जागरूकता, युवा पंचायत,युवा संवाद एवं न्याय यात्रा के जरिये राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को मांगपत्र देने के बाद आबादी के 65 से 70% नौजवानों को एकजुट करने की कवायद को तेज करते हुए दिल्ली में सांसदों,मंत्रियों से मिलकर सभी से युवाओं के साथ न्याय की मांग कर रहे है l *शशांक का कहना है कि जाति,धर्म,संप्रदाय के नाम पर आयोग बना लेकिन नौजवानों के लिए न तो कोई ठोस नीति बनी, न ही नौजवानों का राष्ट्रीय स्तर पर आयोग ही बन पाया सिर्फ राजनैतिक दलों ने नौजवानों को वोटबैंक/प्रचारतंत्र के रूप मे इस्तेमाल करते हुए उनके ऊर्जा का दुरुपयोग/दोहन किया गया,समय की मांग है कि उनके सम्मान,स्वाभिमान की रक्षा के लिए ठोस निर्णय लिए जाय l नौजवान अब बहुत गुमराह हो चुका है आगामी चुनाव में बगैर नौजवानों के किसी भी पार्टी का भला नहीं होने वाला,य़ह बात राजनैतिक दलों को समझने की आवश्यकता है ll