30 सितम्बर तक चलेगा अभियान, गर्भवती व धात्री को पोषण के बारे में किया जाएगा जागरूक - मानवी मीडिया

निष्पक्ष एवं निर्भीक

.

Breaking

Post Top Ad

Post Top Ad

Wednesday, August 31, 2022

30 सितम्बर तक चलेगा अभियान, गर्भवती व धात्री को पोषण के बारे में किया जाएगा जागरूक

लखनऊ, (मानवी मीडिया)मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से एक से 30 सितंबर तक “एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर” अभियान चलाया जाएगा | अभियान के तहत गर्भावस्था एवं प्रसव पश्चात पोषण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा | यह जानकारी कार्यवाहक  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आर.के. चौधरी ने दी | 

डॉ. चौधरी ने बताया कि गर्भावस्था और प्रसव के बाद महिलाओं को बेहतर पोषण की आवश्यकता होती है | इसके लिए मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सही पोषण के लिए भोजन संबंधी सलाह के साथ सूक्ष्म पोषक तत्व जैसे - आयरन, फोलिक एसिड और कैल्शियम की गोलियां गर्भवती और धात्री को उपलब्ध करायी  जाती हैं |  इससे माँ और शिशु स्वस्थ रहें तथा इन तत्वों की कमी से माँ और शिशु को बचाया जा सके | 

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आर.वी. सिंह ने बताया – अभियान के दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर गर्भवती और धात्री महिलाओं को चिन्हित कर सूचीबद्ध करेंगी ताकि सेहत को लेकर उनका फॉलोअप किया जा सके| 

नोडल अधिकारी ने बताया - यह अभियान दो चरणों में चलाया जाएगा | पहला चरण एक से 24 सितंबर तक चलेगा | इस दौरान सभी स्वास्थ्य केंद्रों की ओपीडी, मुख्यमंत्री आरोग्य मेला, ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस (वीएचएनडी) तथा प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के माध्यम से व्यापक जनजागरूकता लायी जाएगी | इसके अलावा इन्हीं गतिविधियों के माध्यम से आईएफ़ए और कैल्शियम के वितरण एवं इन दवाओं के सेवन से होने वाले फ़ायदों के बारे में लाभार्थियों को बताया जाएगा |

अभियान का दूसरा चरण 25 से31 सितंबर तक मॉप-अप राउंड चलेगा | इस दौरान क्षेत्र की छूटी हुई गर्भवती और धात्री को आईएफए और एल्बेंडाजोल की गोलियों के वितरण के साथ इसके सेवन से होने वाले फ़ायदों के बारे में बताया जाएगा |

जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया-यदि गर्भवती एनीमिया से ग्रसित है  तो समय से पहले प्रसव हो सकता है, हाइपोथायरायडिज्म, थकान , प्रसव के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव, प्रसव पश्चात रक्तस्राव, गर्भपात,संक्रमण हो सकता है यहाँ तक कि  गर्भवती की मृत्यु भी हो सकती है |

बच्चे का स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है | बच्चा समय से पहले और कम वजन का हो सकता है | बच्चे को भी एनीमिया हो सकता है | कभी-कभी नवजात की मृत्यु भी हो सकती है |  

इसलिए गर्भवती को चिकित्सक या स्वास्थ्यकार्यकर्ता  की सलाह को मानते हुए आयरन फॉलिक एसिड(आईएफ़ए), कैल्शियम और एल्बेंडाजोल की गोलियों का सेवन जरूर करना चाहिए |  

एनीमिया होने का एक कारण पेट में कीड़े होना भी होता है | गर्भावस्था के दौरान चिकित्सक की सलाह पर एल्बेंडाजोल की गोली का सेवन जरूर करना चाहिए |

 रघुवंशी ने बताया कि दवाओं के सेवन के साथ गर्भवती और धात्री को संतुलित एवं पौष्टिक आहार का सेवन जरूर करना चाहिए |  इसमें हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें, मौसमी फल, पीले और नारंगी फल, अंकुरित अनाज, गुड़, चना, दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थ का सेवन जरूर करना चाहिए |

Post Top Ad