झारखंड (मानवी मीडिया) जामताड़ा में रविवार की जगह शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश को लेकर जहां एक ओर बवाल बढ़ता जा रहा है, वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं। बता दें कि हाल ही में यह खबर सामने आई थी जामताड़ा जिले के कई स्कूलों में स्थानीय मुस्लिमों के दबाव में रविवार को होने वाला साप्ताहिक अवकाश बदलकर शुक्रवार को कर दिया गया था।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, जामताड़ा के करमाटांड और नारायणपुर गांवों के प्राथमिक विद्यालयों में साप्ताहिक अवकाश का दिन बदल दिया गया है। इन स्कूलों में कई जाति-धर्म से आने वाले बच्चे पढ़ते हैं, हालांकि 70 फीसदी छात्र मुस्लिम परिवारों से आते हैं। शुक्रवार को स्कूल बंद करने की एक मुख्य वजह यह है कि मुसलमान शुक्रवार की नमाज अदा करते हैं। इन स्कूलों के नोटिस बोर्ड पर साप्ताहिक अवकाश में बदलाव का भी उल्लेख है।
स्कूलों के नाम के आगे जोड़ दिया था 'उर्दू'
शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 1,084 प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं, जिनमें से केवल 15 विद्यालय उर्दू विद्यालयों के नाम पर पंजीकृत हैं। हालांकि, ग्राम शिक्षा समिति और स्थानीय लोगों के दबाव के कारण दर्जनों अन्य स्कूलों को भी कथित तौर पर उर्दू स्कूल बना दिया गया था। इन स्कूलों के नाम के आगे 'उर्दू' शब्द जोड़ दिया गया था।
अफसरों ने काटी थी सवालों से कन्नी
खबर सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने सूबे की हेमंत सोरेन सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया था। मामले को लेकर जहां शिक्षक कुछ भी बोलने से बच रहे थे, वहीं अफसरों का कहना था कि उनके पास ऐसी कोई जानकारी ही नहीं है। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, अब डिप्टी कमिश्नर फैज़ अहमद ने कहा है कि पूरे मामले की जांच के आदेश दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही पूरे मामले का पता चलेगा और उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।