आबकारी राज्य।मंत्री ने कहा कि आबकारी विभाग द्वारा 100 दिवस की कार्य योजना बनाई गई थी, जिसके अन्त र्गत 03 नई आसवनियॉं को स्थाेपित किये जाने का लक्ष्या निर्धारित किया गया था, जिसके परिप्रेक्ष्य् में 03 इकाईयों- मेसर्स रेडिको खेतान लि. सीतापुर, मेसर्स करीमगंज बायोफ्यूल, मुरादाबाद तथा मेसर्स क्रिस्ट ल बालाजी मुजफ्फरनगर को आसवनी स्थागपित किये जाने की अनुमति प्रदान की गयी है। इन आसवनियों की स्थाजपना से 793.37 करोड़ रूपये का निवेश तथा लगभग 3,600 नये रोजागार के अवसर सृजित होंगे। इनमें उत्पा दन प्रारम्भा होने के उपरान्तय लगभग 6,070 करोड़ रूपये का राजस्वृ राज्यग सरकार को तथा 25 करोड़ रूपये का राजस्वय केन्द्रन सरकार को वार्षिक रूप से प्राप्त् होगा जिसका 50 प्रतिशत राज्या सरकार को उपलब्धे कराया जायेगा।
इसी प्रकार 03 आसवनियों का कन्ट्रकर क्श0न पूर्ण कराकर उत्पारदन प्रारम्भ कराये जाने के लक्ष्यर निर्धारित किया गया था, जिसमें श्री गंग डिस्टनलरी हरदोई, मेसर्स आरती डिस्टयलरी कानपुर देहात, मेसर्स द्वारिकेश शुगर इण्डयस्ट्री ज बरेली द्वारा आसवनी निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इन आसवनियों में लगभग 605 करोड़ रूपये का निवेश तथा लगभग 1,000 व्याक्तियों को प्रत्यंक्ष रोजगार के अवसर उपलब्धप हो रहे हैं। इसके साथ ही लगभग 3,859 करोड़ रूपये का राज्यक सरकार को तथा 11 करोड़ रूपये का राजस्व0 केन्द्रर सरकार को वार्षिक रूप से मिलेगा। उक्त तीनों आसवनियों को तदनुसार पी.डी.-2 अनुज्ञापन निर्गत कर दिये गये हैं।
एथनाल ब्लेैण्डिंग प्रोग्राम के अन्तोर्गत एथनाल उत्पाकदन में उत्त र प्रदेश का प्रमुख स्था्न रहा है और प्रदेश वर्तमान में उत्तमर प्रदेश राज्यत में आयल डिपो को एथनाल की आपूर्ति करने के साथ-साथ देश के अन्य् राज्यों को भी एथनाल की आपूर्ति कर रहा है। विगत वर्ष 115 करोड़ ब.ली. एथनाल का उत्पायदन किया गया था। इस वर्ष एथनाल उत्पाहदन का वार्षिक लक्ष्यब 140 करोड़ ब.ली. निर्धारित करते हुए 100 दिवस में 45 करोड़ ब.ली. उत्पाूदित किये जाने का लक्ष्ये रखा गया था, जिसके सापेक्ष 45.17 करोड़ ब.ली. एथनाल का उत्पाउदन करते हुए 100.4 प्रतिशत लक्ष्या की पूर्ति कर ली गयी है। एथनाल के अधिकाधिक उत्पासदन से जनमानस को उपयोगार्थ ग्रीन फ्यूल उपलब्धक हो पायेगा तथा एथनाल ब्ले ण्डिंग प्रोग्राम की सफलता से विदेशी मुद्रा की बचत सुनिश्चित हो सकेगी। इससे प्रदेश की जी.डी.पी. में लगभग 2,221.45 करोड़ रूपये का योगदान होगा।
प्रदेश में फाइन डाइनिंग कान्सेहप्टग के अन्त्र्गत 100 दिवस में 03 नयी माइक्रोब्रेवरी रेस्टो बार के साथ खोले जाने की कार्य योजना बनाई गई, जिसमें शत प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित कर ली गयी है। इन माइक्रोब्रेवरी की स्थाापना से 3 करोड़ रूपये का निवेश तथा 30 व्याक्तियो को रोजगार के अवसर प्राप्तो होंगे और राज्य् सरकार को लगभग 1.5 करोड़ रूपये का राजस्वि प्राप्तय हो सकेगा।
इसी प्रकार इस अवधि में 10 रेस्टो बार अनुज्ञापनों को निर्गत किये जाने का लक्ष्यं निर्धारित किया गया था, जिसके सापेक्ष अब तक 13 रेस्टोरबार का लाइसेंस प्रदान करते हुए 130 प्रतिशत की उपलब्धि हासिल की गयी है। 100 दिवस की कार्ययोजना के अन्त र्गत वर्ष 2022-23 में देशी शराब, विदेशी मदिरा, बीयर, भांग तथा माडल शाप की दुकानों का व्य2वस्थातपन पूर्ण कर लिया गया है।
इसी प्रकार 100 दिवसीय कार्ययोजना के अन्तीर्गत अवैध शराब के निर्माण, बिक्री तथा तस्कपरी की रोकथाम के लिये 02 विशेष प्रवर्तन अभियान चलाये जाने का लक्ष्यथ भी निर्धारित किया गया था, जिसमें पहला प्रवर्तन अभियान दिनांक 21 अप्रैल से 05 मई, 2022 तक चलाया गया। इस अभियान के अन्तजर्गत प्रदेश में 30,010 छापे मारे गये, 4,319 अभियोग दर्ज किये गये, 1.25 लाख ली. अवैध मदिरा बरामद की गई तथा तस्कयरी में प्रयुक्त, 25 वाहन पकडे़ गये व 417 अभियुक्तोंख को जेल भेजा गया। दूसरा प्रवर्तन अभियान दिनांक 21 जून से 05 जुलाई, 2022 तक संचालित किया गया। इस अभियान के अन्तंर्गत प्रदेश में 31,175 छापे मारे गये तथा 4,278 अभियोग दर्ज करते हुए 1,17,771 ली. अवैध शराब की बरामदगी की गई। अवैध शराब के कारोबार में संलिप्तय 1,230 अभियुक्तोंे को गिरफ्तार करते हुए 412 अभियुक्तों को जेल भेजा गया। अवैध शराब की तस्कुरी में संलिप्त 54 वाहन जब्त किये गये।
100 दिवस की कार्ययोजना के अन्तधर्गत 10,200 करोड़ रूपये राजस्वि प्राप्ति का लक्ष्यव रखा गया था, जिसके अन्तधर्गत अनवरत प्रयास करते हुए वित्तीोय वर्ष 2022-23 में 10,837.41 करोड़ रूपये की प्राप्ति सुनिश्चित कर ली गई है । वित्तीय वर्ष 2022-23 के प्रथम अप्रैल-22 से जून-22½ तक 9713.48 करोड़ रूपये की प्राप्ति हुई है जो गत वर्ष 2021-22 के प्रथम में प्राप्त 8368.58 करोड़ रूपये के सापेक्ष 1344.90 करोड़ रूपये अर्थात~ 16.07% अधिक है ।
100 दिवस की कार्ययोजना के अन्तधर्गत विभाग द्वारा ईज आफ डूइंग बिजनेस के दर्शन की संकल्परना को साकार करते हुए देशी शराब, विदेशी मदिरा, बीयर और भांग दुकानों सहित प्रीमियम रिटेल वेण्ड एवं माडल शाप के व्यवस्थापन से संबंधित 07 संशोधन नियमावलियों सहित देशी शराब एवं विदेशी मदिरा के थोक अनुज्ञापनों के व्यवस्थापन से संबंधित 02 संशोधन नियमावलियों अर्थात कुल 09 संशोधन नियमाविलयों का प्रख्यालपन किया गया है।
इसके अतिरिक्त प्रदेश में फल उत्पादकों के विकास हेतु फलों से वाइन उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिये वाइनरी स्थापना नियमावली में आवश्यक संशोधन भी मा. मंत्रिपरिषद द्वारा अनुमोदित किये गये हैं। प्रदेश में प्रथम बार विश्लेषणात्मक श्रेणी और हाई परफारमेंस लिक्विड क्रोमैटोग्राफी श्रेणी के अल्कोहल के प्रसंस्करण एवं बोतल भराई के लाइसेंस की नियमावली भी प्रख्यापित की गयी है।
धर्म नगरी जनपद अयोध्याप के रामकोट और रायगंज वार्ड नगर पालिका क्षेत्र, जनपद मथुरा के वृन्दावन क्षेत्र, जनपद वाराणसी में गंगा नदी से 1 कि.मी. की दूरी तक, जनपद प्रयागराज में संगम क्षेत्र में, चित्रकूटधाम, बाराबंकी के देवाशरीफ और सहारनपुर के देवबन्दा म्यूेनिसपलिटी में पूर्व से ही मद्यनिषेध घोषित है। सरकार की मंशा के अनुसार अधिसूचना दिनांक 31.05.2022 द्वारा मथुरा के 22 वार्डो में भी मद्यनिषेध घोषित कर दिया गया है।
वर्तमान में मादक पदार्थों का बढ़ता प्रचलन गम्भीर चिन्ता का विषय है। वर्तमान में समाज में विशेषकर युवाओं में मादक पदार्थों की बढ़ती प्रवृत्ति पर नियन्त्रण पाना हम सब के लिए गम्भीर चुनौती बन गया है। मद्यनिषेध विभाग, उ0प्र0 नशा नहीं खुशी अपनाईये की अवधारणा पर विभिन्न प्रकार के जन जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से जनसामान्य में नशे के दुष्परिणामों के प्रति संचेतना जागृत करने का कार्य करता है। विभाग द्वारा नशे के दुष्परिणामों के प्रचार-प्रसार हेतु 100 दिवसीय कार्ययोजना के सापेक्ष विभिन्न कार्यकलापों हेतु निर्धारित लक्ष्यों की शत् प्रतिशत पूर्ति करायी गयी।
मद्यनिषेध विभाग, उ0प्र0 द्वारा 100 दिवस की कार्ययोजना के तहत नशे के दुष्परिणामों के प्रचार हेतु डाक्यूमेंट्री/चलचित्र प्रदर्शन हेतु 120, शिक्षात्मक (निबन्ध/भाषण/पोस्टर) एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं हेतु 315 एवं प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण हेतु 1260, वालपेटिंग्स हेतु 315, होर्डिंग्स की स्थापना हेतु 07, रैलियों के आयोजन हेतु 63, गोष्ठियों के आयोजन हेतु 420, प्रदर्शनियों के आयोजन हेतु 84, सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु 63, प्रिन्ट/इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रचार हेतु 07 व्यसनियों को उपचार हेतु प्रेरित किये जाने हेतु 756 लक्ष्य निर्धारित किये गये थे।
उक्त के सापेक्ष मद्यनिषेध विभाग, उ0प्र0 द्वारा नशे के दुष्परिणामों पर आधारित 120 डाक्यूमेंट्री/चलचित्र प्रदर्शन का आयोजन कराया गया, 318 शिक्षात्मक (निबन्ध/भाषण/पोस्टर) एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन कर 1272 प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण, नशा विरोधी श्लोगन्स की 420 वालपेटिंग्स एवं 21 होर्डिंग्स की स्थापना, 70 रैलियों का आयोजन, 428 गोष्ठियों का आयोजन, 92 प्रदर्शनियों का आयोजन, 133 सांस्कृतिक कार्यक्रम, 17 प्रिन्ट/इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा 761 व्यसनियों को उपचार हेतु प्रेरित किये जाने हेतु निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति की गयी।
दिनांक 26 जून 2022 को ‘‘मादक पदार्थों का दुरुपयोग एवं अवैध व्यापार विरोधी अन्तर्राष्ट्रीय दिवस‘‘ के अवसर पर जनपद लखनऊ के विभिन्न स्थानों पर 100 बैनर्स लगवाये गये तथा 1,50,000 मोबाइल नम्बरों पर नशा न करने हेतु जनसामान्य को संदेश फ्लैश कराये गये। साथ ही दिनांक 21.06.2022 से 30.06.2022 तक आकाशवाणी के एफ0एम0 रेनबो चैनल के 20 स्पाट पर नशे के दुष्परिणामों के प्रति जनजागरूकता संदेश प्रसारित कराये गये।
नशे के दुष्परिणामों के प्रचार-प्रसार हेतु मद्यनिषेध विभाग की 06 माह की कार्ययोजना के तहत विभिन्न क्रियाकलापों हेतु निम्नलिखित लक्ष्य निर्धारित किये गये है-
मद्यनिषेध विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा नशे के दुष्परिणामों के प्रचार-प्रसार हेतु 06 माह की कार्ययोजना के तहत 240 डाक्यूमेंट्री/चलचित्र प्रदर्शन, 630 शिक्षात्मक एवं खेलकूद प्रतियोगिता, 2520 पुरस्कार वितरण, 630 वालपेटिंग्स, 14 होर्डिंग्स की स्थापना, 126 रैलियां, 840 गोष्ठियां, 168 प्रदर्शनियाँ, 126 सांस्कृतिक कार्यक्रम, 14 प्रिन्ट/इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा 1512 व्यसनियों को उपचार हेतु प्रेरित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।