वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने कहा कि अमिताभ द्वारा जेल में आने से आज तक जेल की छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है. उसके द्वारा जेल में बंदी के दौरान सामान्य कैदी की तरह आचरण नहीं करके एक आईपीएस की तरह आचरण किया जाता रहा. जेल के स्टाफ के प्रति उसका व्यवहार और भाषा ऐसी थी जैसे वे उसके अधीनस्थ हों. उसके द्वारा नियमविरुद्ध सुविधाओं की मांग की जाती थी और उनके पूरा नहीं होने पर न सिर्फ जेल के अफसरों को धमकी दी जाती थी बल्कि कोर्ट में झूठे प्रार्थनापत्र दे कर जेल पर अनैतिक दवाब बनाने का दुस्साहस भी किया जाता था.
अमिताभ ने कहा कि वे अपने आरोपों पर पूरी तरह कायम हैं और उन्हें वे अंतिम परिणाम तक पहुंचाने का पूर्ण प्रयास करेंगे.