भोपाल (मानवी मीडिया) मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने चुनाव से पहले बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद वरिष्ठ विधायक डॉ. गोविंद सिंह को यह पद दिया गया है। गोविंद सिंह सात बार से विधायक हैं। लंबे समय से उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के लिए मांग चल रही थी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव मुकुल वासनिक के हस्ताक्षर से आज डॉ. गोविंद सिंह के नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति के आदेश जारी किए गए। इसके मुताबिक कमलनाथ ने इस पद से इस्तीफा दे दिया है जिसे स्वीकार कर लिया गया है। वासनिक ने नेता प्रतिपक्ष के रूप में कमलनाथ के योगदान की सराहना की है। डॉ. गोविंद सिंह के नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।
सातवीं बार के विधायक डॉ. गोविंद सिंह
डॉ. गोविंद सिंह भिंड जिले की लहार विधानसभा सीट से विधायक हैं। वे लगातार सातवीं बार विधायक चुनकर आए हैं। उन्होंने सत्तर के दशक से छात्र राजनीति से अपनी शुरुआत की थी और शासकीय आयुर्वेदी कॉलेज जबलपुर के छात्रसंघ के अध्यक्ष चुने गए थे। इसके बाद वे सहकारिता क्षेत्र में सक्रिय हो गए। 1985 में भिंड नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष बने। 1990 में पहली बार विधायक चुने गए।