भारत में हथियारों के आयात में रूस का हिस्सा घटकर बस इतना रह गया - मानवी मीडिया

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Tuesday, March 15, 2022

भारत में हथियारों के आयात में रूस का हिस्सा घटकर बस इतना रह गया


नई दिल्ली (मानवी मीडियाभारत में हथियारों के आयात में रूस की हिस्सेदारी 2012-17 के 69 % से घटकर 2017-21 में 46 % रह गई. स्वीडन स्थित थिंक टैंक स्टॉकहोम अंतरराष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान द्वारा सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. रूस ने 24 फरवरी से यूक्रेन के खिलाफ युद्ध शुरू किया, जिसके कारण अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने उस पर अप्रत्याशित कड़े प्रतिबंध लगाए हैं.

हथियारों के आयात में 21% की कमी

रिपोर्ट में कहा गया, ‘2012-16 और 2017-21 के बीच भारत में हथियारों के आयात में 21 % की कमी आई. इसके बावजूद, भारत 2017-21 में प्रमुख हथियारों का दुनिया में सबसे बड़ा आयातक रहा और इस दौरान में दुनिया में हथियारों के कुल आयात में भारत की हिस्सेदारी 11% रही.’ SIPRI की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2012-16 और 2017-21 की अवधि में रूस भारत को प्रमुख हथियारों का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता रहा, लेकिन भारत में रूसी हथियारों के आयात में इन दो अवधियों के बीच 47% की गिरावट आई, क्योंकि रूसी हथियारों के लिए कई बड़े कार्यक्रम बंद हो गए.

फ्रांस दूसरा बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता

रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि अपने हथियार आपूर्तिकर्ता आधार में विविधता लाने के भारत के बढ़ते प्रयासों के कारण कुल भारतीय हथियारों के आयात में रूस का हिस्सा 69 % से गिरकर 46 % हो गया. इसके विपरीत, फ्रांस से भारत के हथियारों का आयात दस गुना से अधिक बढ़ गया, जिससे वह 2017–21 में भारत का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता बन गया.

रिपोर्ट के मुताबिक, चीन और पाकिस्तान से बढ़ते खतरों और स्वदेश में प्रमुख हथियारों के उत्पादन में उल्लेखनीय देरी के कारण भारत के पास हथियारों के आयात के लिए व्यापक योजनाएं हैं. रिपोर्ट में कहा गया है, ‘भारत के हथियारों के आयात में कमी संभवत: इसकी धीमी और जटिल खरीद प्रक्रिया के साथ-साथ आपूर्तिकर्ताओं में बदलाव का एक अस्थायी परिणाम है.’

वैश्विक स्तर पर इतनी गिरावट

वैश्विक स्तर पर 2012-16 और 2017-21 के बीच रूस के हथियारों के निर्यात में 26 % की गिरावट आई और वैश्विक हथियारों के निर्यात में इसकी हिस्सेदारी 24 % से घटकर 19 % हो गई. रूस ने 2017-21 में 45 देशों को बड़े हथियार दिए. रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि अमेरिका के विपरीत 2017-21 में रूस का निर्यात चार देशों - भारत, चीन, मिस्र और अल्जीरिया पर अधिक केंद्रित था.

इन देशों ने कुल रूसी हथियारों के निर्यात का 73 % प्राप्त किया. SIPRI की रिपोर्ट के अनुसार, ‘2012-16 और 2017-21 के बीच रूसी हथियारों के निर्यात में कुल कमी लगभग पूरी तरह से भारत (-47 %) और वियतनाम (-71 %) को हथियारों के निर्यात में कमी के कारण थी.' बीते 10 सालों में हस्ताक्षरित कई हथियार निर्यात अनुबंध 2021 के अंत तक पूरे हो गए थे, हालांकि कई बड़े रूसी हथियारों की आपूर्ति अब भी लंबित है, इसमें आठ वायु रक्षा प्रणाली, चार जंगी जहाज और एक परमाणु-संचालित पनडुब्बी शामिल हैं.

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