लखनऊ: (मानवी मीडिया) लखनऊ वजीरगंज पुलिस ने एक शातिर जालसाज़ को गिरफ्तार किया है, जिस पर कूटरचित दस्तावेज बनाकर, करोड़ों की बेशकीमती सम्पत्तियां बेचने का आरोप है। जनपद इटावा निवासी लालजी उर्फ अग्रज चैधरी ने लखनऊ के प्रतिष्ठित व्यापारी रहे स्व0 संजीव मिश्रा की सम्पत्तियों को हथियाने के लिए अपनी बहन मीनाक्षी मिश्रा के नाम से जनपद लखनऊ से स्व0 संजीव मिश्रा के पते का दुरूपयोग करते हुए कूटरचित दस्तावेजों का प्रयोग करके निवास प्रमाण बनवा लिया। इसी निवास प्रमाण के आधार पर कई अन्य दस्तावेज बनवाए और स्व0 संजीव मिश्रा की कई सम्पत्तियों को बेच दिया।
इस संबंध में थाना वजीरगंज में मुकदमा संख्या 16 वर्ष 2021 में पंजीकृत हुआ। विवेचना में यह पाया गया कि मीनाक्षी मिश्रा ने अपने सहयोगियों के माध्यम से कूटरचित व जाली दस्तावेजों का प्रयोग करते हुए निवास प्रमाण बनवाया है। इसी क्रम में इटावा निवासी लालजी उर्फ अग्रज चैधरी को गिरफ्तार किया गया है।
ज्ञात हो कि पूर्व में ठीक इसी प्रकार से निर्वाचन विभाग द्वारा भी मीनाक्षी मिश्रा के खिलाफ कार्यवाही करते हुए मीनाक्षी मिश्रा का निर्वाचन कार्ड भी निरस्त किया जा चुका है। मीनाक्षी मिश्रा व उसके परिवार के सदस्यों पर स्व0 संजीव मिश्रा की हत्या समेत, कोलकाता व जनपद लखनऊ में गंभीर धाराओं में कई मुकदमें दर्ज हैं।