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Wednesday, June 30, 2021

ओडीओपी के पायलेट प्रोजेक्ट करने के लिए यूनिवर्सिटी को आर्थिक सहयोग भी दिया जायेगा -डा0 नवनीत सहगल

 डा0 नवनीत सहगल ने ओडीओपी इकाइयों को तकनीकी से जोड़ने में उत्कृष्ट योगदान देने वाले एकेटीयू के चार छात्रों को किया सम्मनित

ओडीओपी कार्यक्रम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परिकल्पना

ओडीओपी उत्पादों की क्वालिटी तथा विजिबिलिटी को इम्पू्रव करने में एकेेटीयू का अहम योगदान

ओडीओपी के पायलेट प्रोजेक्ट करने के लिए यूनिवर्सिटी को आर्थिक सहयोग भी दिया जायेगा

-डा0 नवनीत सहगल

लखनऊ: (मानवी मीडिया) अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल ने आज एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) इकाइयों को तकनीकी से जोड़ने में उत्कृष्ट योगदान देने वाले ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) के चार छात्रों को सम्मनित किया। इसमें केआईईटी गु्रप आॅफ इन्स्टीट्यूशन, गाजियाबाद के सचिन राठौर और डा0 अम्बेडकर इन्स्टीट्यूट आॅफ टेक्नालाॅजी फार हैण्डीकैप्ड कानपुर के अनन्त वैश्व एवं सलोनी तिवारी को प्रथम रैंक, एमजीएम कालेज आॅफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालाॅजी, नोएडा के छात्र सचिन रामचन्द्र जाम्भले को दूसरी रैंक तथा राजा बलवंत सिंह टेक्निकल कैम्पस, आगरा के विद्यार्थी स्माइल शान मिर्जा को तीसरी रैंक प्राप्त हुई।

वर्चुअल आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डा0 सहगल ने कहा कि ओडीओपी कार्यक्रम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परिकल्पना है। इसके तहत पारंपरिक उत्पाद से जुड़े कारीगरों की आमदनी को बढ़ाकर प्रदेश की जीडीपी में वृद्धि करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ओडीओपी उत्पादों की क्वालिटी तथा विजिबिलिटी को इम्पू्रव करने में एकेेटीयू का अहम योगदान होगा। ओडीओपी प्रकोष्ट एवं एकेटीयू के मध्य 8 अगस्त, 2020 को हुए समझौते के तहत एकेटीयू द्वारा पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर लखनऊ जनपद के ओडीओपी उत्पाद चिकनकारी एवं जरी-जरदोजी इकाइयों के लिए टास्क दिया गया था।  ओडीओपी के पायलेट प्रोजेक्ट करने के लिए यूनिवर्सिटी को आर्थिक सहयोग भी दिया जायेगा।

पायलेट हैकाथन के तहत सचिन राठौर ने चिनकारी इकाइयों में उत्पादकता को बढ़ाने के लिए इकाइयों में कार्य करने वाले आर्टिजेंस के लिए बेहतर माहौल, स्वास्थ्यप्रद वातावरण तथा अच्छी सुविधाएं को बढ़ाने के संबंध में अपने विचार प्रस्तुत किये। इसी प्रकार अनन्त वैश्य और सलोनी तिवारी ने आर्टिजेंस के साथ बड़ी संख्या में सीधे उपभोक्ताओं को जोड़ने के लिए बहुभाषीय मोबाइल साफ्टवेय विकसित किया। इनके अलावा सचिन रामचन्द्र जाम्भले ने इकाइयांे में बेहतर कार्यशैली के लिए पर्याप्त रोशनी उपलब्ध कराने पर बल दिया है। स्माइल शान मिर्जा ने लक्जरी कार इन्टीरियर के लिए चिकनकारी एवं जरी-जरदोजी का प्रयोग करने का नया कांसेप्ट दिया।

 इस मौके पर एकेटीय के वाइस चांसलर, हैकाथन टीम के सदस्य एवं प्रतिभागी विद्यार्थी आॅनलाइन जुड़े थे।

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