लखनऊ(मानवी मीडिया) कानपुर में जाजमऊ बीमा अस्पताल समेत सूबे के चार बीमा अस्पतालों में आयुष्मान और प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना के सदस्यों को भी इलाज मिलेगा। उन्हें ओपीडी के साथ इनडोर इलाज की भी सुविधा दी जाएगी। ईएसआईसी ने इसके लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। ईएसआईसी मुख्यालय से आदेश जारी होते ही बीमा अस्पतालों ने आयुष्मान में रजिस्ट्रेशन भी करा लिया है। जाजमऊ बीमा अस्पताल में आयुष्मान मरीजों के इलाज की तैयारी शुरू हो गई है।आयुष्मान मरीजों को सरकारी अस्पतालों में इलाज मिल रहा है, लेकिन निजी अस्पताल पीछे हट रहे हैं। इसलिए अब बीमा अस्पतालों को आयुष्मान मरीजों का इलाज करने के निर्देश दिए गए हैं। ईएसआईसी मुख्यालय के सहायक निदेशक ( मेडिकल) एके गौतम ने देश के सभी 15 बीमा अस्पतालों को पत्रक भी जारी कर दिए हैं। नोटिफिकेशन में साफ किया गया है कि आयुष्मान मरीजों का इलाज मौजूदा पैकेज के तहत किया जाएगा। सर्जरी का लाभ भी उन्हें दिया जाएगा।
ये बीमा अस्पताल शामिल किए गए
आयुष्मान मरीजों को इलाज देने के लिए उत्तर प्रदेश के जाजमऊ (कानपुर),
लखनऊ, वाराणसी और बरेली के बीमा अस्पताल शामिल किए गए हैं। उत्तराखंड में
रुद्रपुर बीमा अस्पताल, बिहार में बिहटा, गुजरात में नरोदा, अंकलेश्वर,
महाराष्ट्र में अंधेरी, कोल्हापुर, बिवाड़ी, राजस्थान में भिवाड़ी, अलवर और
जयपुर बीमा अस्पतालों को तत्काल रजिस्ट्रेशन करा फरवरी से काम शुरू करने के
निर्देश दिए गए हैं। ईएसआईसी बोर्ड के सदस्य श्रीकांत अवस्थी ने कहा कि
काफी समय से इसी आदेश का इंतजार किया जा रहा था। अब आयुष्मान मरीजों को एक
और सेवा के अस्पतालों में इलाज मिलने लगेगा। जाजमऊ ने तो पहले ही आयुष्मान
में रजिस्ट्रेशन करा लिया है।
जाजमऊ बीमा अस्पताल में अब बीमित (आईपी) के साथ आम शहरियों के लिए इलाज की सुविधा शुरू कर दी गई है। दो दिन से ओपीडी में मरीजों का परीक्षण किया जा रहा है। ओपीडी के साथ इनडोर और इमरजेंसी सेवाएं भी शुरू कर दी गई हैं। साथ ही आठ नए विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है। यहां की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बबीता गुप्ता का कहना है कि अस्पताल में अब मेडिसिन, स्त्री रोग, चेस्ट, हड्डी रोग, नेत्र रोगियों का भी इलाज किया जाएगा। सभी नए विशेषज्ञों ने कार्य शुरू कर दिया है। आम शहरियों के लिए ओपीडी यूजर चार्ज लेकर शुरू कर दी गई है। उनकी भी सर्जरी सीजीएचएस दर से की जाएगी।