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- राष्ट्रीय बृहस्पतिवार 30 अप्रैल 2020 |नई दिल्ली कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज (गुरुवार) अर्थव्यवस्था पर कोरोनोवायरस महामारी के प्रभाव को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर और मशहूर अर्थशास्त्री रघुराम राजन का इंटरव्यू लिया। यह एक वीडियो इंटरव्यू था। इस दौरान रघुराम राजन ने कहा, 'हमें 65 हजार करोड़ रुपये चाहिए होंगे, यह ज्यादा नहीं हैं। ये गरीबों को बचाने के लिए हैं।'राहुल ने राजन से कोविड-19 के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर से लेकर सत्ता के केंद्रीयकरण को लेकर राजन से सवाल पूछा। कांग्रेस नेता ने राजन के जवाब से पीएम नरेंद्र मोदी की नीतियों पर सवाल भी खड़े किए। राहुल ने राजन से उन सवालों के जवाब पूछे जिसके जरिए कांग्रेस लगातार पीएम मोदी को घेर रही है।राहुल ने पूछा सरकार में केंद्रीयकरण के मुद्दे पर राजन से सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि इसके कारण जनता से सीधे बातचीत रुक गई है। इसपर राजन ने कहा कि विकेंद्रीकरण बेहद अहम है। इससे लोगों को ताकत मिलती है। फैसला कहीं और से लिया जाएगा तो फिर चीजें सही दिशा में आगे नहीं बढ़ेंगी। आज पंचायत जैसी संस्थाओं को कम ताकत है। राजन ने कहा कि केंद्रीयकरण की वजह से चीजें जल्दी से आगे नहीं बढ़ पाती हैं। राहुल ने राजन ने राहुल के एक सवाल के जवाब में कहा कि देश के गरीबों, मजदूरों और किसानों की प्रत्यक्ष अंतरण के माध्यम से वित्तीय मदद करनी होगी जिसमें 65 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि गरीबों को 65 हजार करोड़ रुपये दिए जाने की जरूरत है।राहुल से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि राहुल अपने संवाद श्रृंखला के दूसरे चरण में स्वीडन के संक्रामक महामारी के विशेषज्ञ से कोरोना महामारी पर बात करेंगे। देश में कोरोना महामारी पूरे देश में फैला चुका है और इसके 31 हजार से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं। इस जानलेवा बीमारी के कारण 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
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Thursday, April 30, 2020
राहुल से बोले रघुराम राजन- गरीबों की मदद के लिए 65000 करोड़ की जरूरत
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