कोविड-19 के प्रति जागरूकता दिखा रहे लोग, सरकार के प्रयासों और स्व-जि़म्मेदारी के साथ बच रही जिंदगियां - मानवी मीडिया

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Wednesday, April 29, 2020

कोविड-19 के प्रति जागरूकता दिखा रहे लोग, सरकार के प्रयासों और स्व-जि़म्मेदारी के साथ बच रही जिंदगियां



राष्ट्रीय बुधवार 29 अप्रैल, 2020 |चंडीगढ़ कोविड-19 के प्रति लोग पूर्ण जागरूकता व स्व-जि़म्मेदारी दिखला रहे हैं तथा इसके साथ ही इस क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां पुन: प्रारंभ हो रही हैं। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोमवार को राज्यों के मुख्य मंत्रियों के साथ की गई बातचीत की रोशनी में देखा जा सकता है कि हमें जहां अर्थव्यवस्था को महत्त्व देना चाहिए, वहीं हमें कोविड-19 के साथ जंग भी जारी रखनी चाहिए। सरकार ने ग़ैर-कंटेनमेन्ट क्षेत्रों में चयनित गतिविधियों हेतु 20 अप्रैल, 2020 से कई प्रकार की ढील दी है। लॉकडाऊन के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं क्योंकि देश विगत डेढ़ माह के दौरान हज़ारों मानवीय जि़न्दगियां बचाने में सफ़ल रहा है। मार्च के प्रारंभ में भारत सहित बहुत सारे देशों में परिस्थितियां लगभग एक जैसी थीं। परन्तु समय पर की गईं कार्यवाहियों के कारण भारत बहुत से लोगों को सुरक्षित रख पाया है। लोगों में लॉकडाऊन की स्थिति के दौरान जि़म्मेदारी की भावना निम्नलिखित से स्पष्ट देखी जा सकती है।






पंचकूला के मोहम्मद इरफ़ान बताते हैं कि हम अपने घरों में ही नमाज़ पढ़ रहे हैं क्योंकि इकट्ठे होने की अनुमति नहीं है। लॉकडाऊन संबंधी उपायों का समर्थन करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न परिस्थितियों में सरकार के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करना ही सभी के स्वास्थ्य हेतु महत्त्पपूर्ण है। हरियाणा के पलवल जि़ले के आंगनवाड़ी वर्कर शशिबाला अपने ढंग से कोरोना-योद्धा भी हैं। उन्होंने बताया कि वह अपनी दिनचर्या के क्रिया-कलापों के पश्चात् वह स्वयं व आंगनवाड़ी वर्करों का एक समूह मास्क तैयार करके लोगों में इन्हें नि:शुल्क बांटते हैं। हिमाचल प्रदेश के लाहौल व स्पिति जि़ले के पुलिस कर्मचारी उन लोगों में से नहीं हैं, जो सब कुछ भाग्य के सहारे छोड़ देते हैं, इसी लिए उन्हें ग्रामीण महिलाओं को कोविड-19 की सावधानियों संबंधी जागरूक करते हुए देखा जा सकता है। सरकारी एजेन्सियां भी कहीं कोई ढील नहीं बरत रहीं, वे सेवाएं प्रदान करते समय यह अवश्य सुनिश्चित करती हैं कि भीड़ एकत्र न हो।
इस क्षेत्र में लॉकडाऊन में कुछ ढील किसानों हेतु राहत के तौर पर आई है क्योंकि राज्यों द्वारा प्रदत्त रिपोर्टानुसार इस समय हरियाणा में गेहूं की फ़सल की कटाई 55 से 60 प्रतिशत तथा पंजाब में 60 से 65 प्रतिशत हो चुकी है। कृषि क्षेत्र से जुड़े उद्योगों, जैसे कंबाईन व थ्रैशर निर्माण इकाइयों की आर्थिक गतिविधियां भी सुनिश्चित हो गईं हैं। कोविड-19 के विरुद्ध लोगों को एकजुट करने व दृढ़तापूर्वक जंग लडऩे हेतु भारत सरकार ने ‘आरोग्य-सेतु’ ऐप भी लांच की थी, जिस में आधुनिक ब्लुटुथ प्रौद्यौगिकी, ऐल्गोरिदम्स व आर्टीफिशल इंटैलिजैंस का प्रयोग किया जाता है; जो लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण के ख़तरे से बचाव हेतु स्वयं का मूल्यांकन करने के योग्य बनाती है।



 



 




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