अपर मुख्य सचिव, गृह आज अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में अग्निषमन सेवा से संबधित प्रकरणों की समीक्षा कर रहे थे उन्होंने समय सीमा के उपरान्त भारी मात्रा में स्वीकृत एवं अस्वीकृत किये गये आवेदनों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उत्तरदायित्व निर्धारित कर दोषी कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई कर अवगत कराये जाने के निर्देष दिये है। उन्होंने निवेश मित्र पोर्टल पर विभिन्न स्तर पर लम्बित आवेदनों की तत्काल समीक्षा कर समयबद्व तरीके से निस्तारित कराये जाने एवं आख्या तत्काल शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश पुलिस महानिदेशक, फायर सर्विस को दिये।
अवस्थी जी ने कहा कि यदि किसी कान्ट्रेक्टर द्वारा एन0ओ0 सी0 का आवेदन किया जाता है तो उसे संज्ञान में लेते हुए तत्काल रिजेक्ट किया जाय और यदि ऐसी किसी एन0ओ0सी0 को स्वीकृत किया जाता है तो संबंधित अधिकारी के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही की जाय। उन्होंने यह निर्देश दिये है कि पुलिस महानिदेशक फायर सर्विस अपने स्तर पर सप्ताह में दो बार लम्बित आवेदनों की स्थिति की समीक्षा करें। ताकि अनापत्ति प्रमाण-पत्र समय सीमा से निर्गत हो सके। आवेदनों को निस्तारित न करने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों को चिन्हित कर कार्यवाही करने के भी निर्देष दिये है। उन्होंने कहा कि प्राप्त आवेदनों के लिए अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी करने हेतु विकसित साॅफ्टवेयर को आॅटो कैड पर उच्चीकृत करने के लिए आवास, उद्योगबन्धु एवं स्टेट हैड एन0आई0सी0 के साथ शीघ्र एक बैठक की जाय।
अवनीश अवस्थी ने फायर सर्विस के अधिकारियों को निवेश मित्र पोर्टल से संबंधित समस्त समस्याओं का निराकरण 20 अक्टूबर, 2019 तक प्रत्येक दषा में कराकर समय सीमा के अन्तर्गत समस्त आवेदनों का निस्तारण कराये जाने के भी निर्देष दिये है। उन्होंने प्रदेश में जिन-जिन जनपदों में हाईड्रोलिक प्लेटफार्म तथा अन्य विषिष्ट उपकरण उपलब्ध है और उनका विगत एक वर्ष मे कब-कब उपयोग किया गया है, इसकी सूचना जनपदवार तत्काल पुलिस महानिदेषक, फायर सर्विस को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
बैठक में पुलिस महानिदेशक फायर सर्विस, विष्वजीत पात्रा सहित पुलिस महानिरीक्षक फायर सर्विस, एन0 रविन्दर, विशेष सचिव मुख्यमंत्री, अविनाश कुमार, डाॅयरेक्टर आईटी उद्योग बन्धु उपस्थित थे। - दिनेश कुमार सिंह