चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के चीफ इलेक्शन अॉफिसर को राज्य विधान सभा के उपचुनाव के लिए मतदाता की बाएं हाथ के मध्यमा अंगली (middle Finger) पर स्याही का निशान लगाने की मंजूरी दी है। इसके अलावा अायोग ने कहा कि यदि इन छह विधानसभा क्षेत्रों के किसी भी मतदान केंद्र पर पुन: मतदान होता है तो मतदाता की बाईं अनामिका अंगुली पर निशान लगाया जाएगा।
बता दें कि चुनाव आयोग ने अगले महीने की 19 तारीख को पश्चिम बंगाल की छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराने की घोषणा की है। ये सीटें इस्लामपुर,कांडी, नोव्डा, हबीबपुर और भाटपारा हैं। इसके अलावा इसी दिन दार्जिलिंग में भी उपचुनाव होने हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में रायगंज से मैदान में उतारने के फैसले के बाद विधायक कनियालाल अग्रवाल के इस्तीफा दे दिया था। इस वजह से इस्लामपुर सीट खाली हो गई। कांग्रेस के अबू ताहेर खान और अपूर्वा सरकार तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। इस वजह से नोव्डा और कांडी के उपचुनावों की घोषणा की गई है।
वहीं सीपीआई-एम के खगेन मुर्मू और टीएमसी के अर्जुन सिंह के भाजपा में शामिल होने और विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद हबीबपुर और भाटपारा सीटें खाली हो गईं। टीएमसी विधायक अमर सिंह राय के इस्तीफे के बाद सीट खाली होने के कारण दार्जिलिंग में उपचुनाव होने हैं। उन्हें दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी द्वारा नामित किया गया है। लोकसभा चुनाव की मतगणना के साथ ही इन चुनावों के मतों की गिनती 23 मई को होगी।