17 जनवरी की दोपहर चरन सिंह ने मोनिका को फोन कर गाजियाबाद बुलाया। इसके बाद जीटी रोड के एक होटल में ले गए। डीसीपी निपुण अग्रवाल के मुताबिक, मृतक महिला का नाम मोनिका है। वह नोएडा के गिरधरपुर सुनारसी गांव की रहने वाली थी। इसी गांव के रहने वाले चरन सिंह से उसका 7 साल से अफेयर चल रहा था। इस बात की जानकारी चरन के घरवालों को हो गई थी। इससे उसका बेटा रोहित और अन्य परिजन नाराज चल रहे थे। इधर, चरन सिंह पर मोनिका मकान खरीदकर देने का दबाव बना रही थी।
इसकी भी जानकारी चरन के बेटे रोहित को हो गई थी। रोहित ने पिता से कहा कि कहा कि तुमने पहले ही हमारी जिंदगी नरक बना रखी है, मोनिका का कुछ इलाज करो वरना मैं तुम्हें भी नहीं छोडूंगा। इस पर बाप-बेटे ने मोनिका का मर्डर करने की प्लानिंग बनाई। इसमें अपने दोस्त संदीप को भी शामिल किया।
17 जनवरी की दोपहर चरन सिंह ने मोनिका को फोन कर गाजियाबाद बुलाया। इसके बाद प्लान के तहत रोहित-संदीप पहले से अपनी कार लेकर तैयार खड़ा था। महिला को अंदर बैठाकर कुछ दूर ले गए। इसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। फिर शव को श्रीजी धर्मकांटे के पास फेंक दिया। इसके बाद इन्होंने एक ट्रक ड्राइवर को मारा-पीटा, उससे एक्सीडेंट की बात कबूलवाई।
मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा था। 19 जनवरी को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई, तो इसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए। रिपोर्ट में पता चला कि महिला की मौत एक्सीडेंट की वजह से नहीं हुई थी, बल्कि उसको गला दबाकर मारा गया था।