पाकिस्तान में अत्याचार का शिकार हुए हिन्दू परिवार जो भारत में रह रहे हैं उनका कहना है कि वे अब दोबारा वहां वापस जाने की सपने में भी कल्पना नहीं कर सकते। बावजूद इसके कि उनके परिवारों के कई सदस्य अब भी वहीं फंसे हैं और नरक की जिंदगी बसर करने को विवश हैं। पिछले साल 24 सितंबर को नसरपुर इलाके से मीना मेघवार नाम की 14 साल की नाबालिग का अपहरण कर लिया गया था। इसके बाद मीरपुरखास कस्बे में घर लौटते समय एक अन्य शादीशुदा महिला का अपहरण कर लिया गया था। मीरपुरखास कस्बे के ही रवि कुर्मी नाम के एक हिंदू व्यक्ति ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी राखी का अपहरण कर लिया गया। बाद में वह एक मुस्लिम के साथ दिखी। उसने इंसाफ की मांग की तो पुलिस ने दावा किया कि राखी ने अपनी मर्जी से इस्लाम अपनाया है और अहमद से निकाह किया है।
इस्लामाबाद (मानवी मीडिया): पाकिस्तान में हिंदू परिवारों के साथ आपराधिक वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रहीं। ताजा घटनाक्रम सिंध के टांडो अल्लायार इलाके में घटित हुआ जहां हिन्दू लडक़ी जमना का अपहरण कर लिया गया। जमना घर की तरफ जा रही थी इस दौरान उसे अगवा कर लिया गया। अपहरण के एक सप्ताह बाद उसका इस्लाम कबूलने का प्रमाण पत्र सामने आया है। वहीं बच्ची का परिवार इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है।