प्रमुख सचिव नरेंद्र भूषण ने नियुक्ति विभाग के आदेश के खिलाफ मनमानी - मानवी मीडिया

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Friday, December 30, 2022

प्रमुख सचिव नरेंद्र भूषण ने नियुक्ति विभाग के आदेश के खिलाफ मनमानी

लखनऊ (मानवी मीडिया)लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नरेंद्र भूषण ने नियुक्ति विभाग के आदेश के खिलाफ मनमानी करते हुए अपने विभागीय सचिव अजय चौहान को छुट्टी अवधि के दौरान प्रमुख सचिव का कार्यभार देने का आदेश जारी कर दिया। जिसकी चर्चा नियुक्ति विभाग में खूब हो रही है। नरेंद्र भूषण एक सप्ताह के अवकाश पर हैं उनकी छुट्टी मंजूर करते हुए अवकाश अवधि के दौरान प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग का अतिरिक्त कार्यभार देखने का आदेश 30 नवम्बर को नियुक्ति विभाग की तरफ से प्रमुख सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण को जारी किया गया था, लेकिन इस आदेश को दरकिनार करते हुए प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नरेंद्र भूषण ने लोक निर्माण विभाग के सचिव अजय चौहान को छुट्टी अवधि के दौरान प्रमुख सचिव का कार्यभार सौंपने का आदेश 22 दिसबंर को जारी कर दिया*। *नरेंद्र भूषण 23 दिसंबर 2022 से 1 जनवरी 2023 तक अवकाश पर हैं, लेकिन उनके अपने विभागीय सचिव को चार्ज देकर नियुक्ति विभाग के आदेश का अनुपालन किये बैगर उल्टे मनमानी और अवहेलना करना शासन में चर्चा का विषय है*।

*यही नहीं यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस की नीति के भी खिलाफ है और लोक सेवक आचरण नियमावली का भी खुला उल्लंघन है। नियुक्ति विभाग की तरफ से जारी आदेश को दरकिनार कर प्रमुख सचिव लोक निर्माण नरेंद्र भूषण ने अपने विभागीय सचिव को कार्यभार सौंपने का आदेश जारी किया। नरेंद्र भूषण की एक सप्ताह की छुट्टी अवधि की मंजूरी नियुक्ति विभाग के माध्यम से मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री से मिलती है और किसे चार्ज दिया जाना है यह भी चीफ सेक्रेट्री और मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देश पर नियुक्ति विभाग की तरफ से आदेश जारी किया जाता है, लेकिन इस सबके बावजूद लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नरेंद्र भूषण ने नियुक्ति विभाग के आदेश को दरकिनार करते हुए मनमानी पूर्ण रवैया के चलते लोक निर्माण विभाग के सचिव अजय चौहान को कार्यभार देकर अवकाश पर चले गए। जो पूरी तरह से लोक सेवक आचरण नियमावली के खिलाफ है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति को भी प्रमुख सचिव नरेंद्र भूषण ठेंगा दिखा रहे हैं जिसकी चर्चा मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर नियुक्ति विभाग तक खूब हो रही है। इससे पहले भी लोक निर्माण विभाग में ट्रांसफर पोस्टिंग में तमाम तरह की अनियमितता देखने को मिली थी। शासन की छवि भी धूमिल हुई थी। ट्रांसफर में हुई अनियमितता को लेकर एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी का भी गठन किया गया था, लेकिन उनके खिलाफ कार्यवाही नहीं हो सकी। अब इस मामले में देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नियुक्ति विभाग के आदेश की अवहेलना करने वाले प्रमुख सचिव नरेंद्र भूषण पर क्या कार्यवाही करते हैं*।

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