इस अभियान में पेंशनभोगियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 95 वर्षीय पेंशनभोगी . बलवंत सिंह भी फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए आए। उन्होंने इस नई तकनीक की शुरूआत पर प्रसन्नता और संतोष व्यक्त किया। अपने मोबाइल फोन में फेस ऑथेंटिकेशन जीवन प्रमाण ऐप डाउनलोड करने और अपने फोन से जीवन प्रमाणपत्र देने के संबंध में विभाग के अधिकारियों द्वारा इन पेंशनभोगियों का मार्गदर्शन किया गया। जीवन प्रमाणपत्र 60 सेकंड के भीतर जेनेरेट होता है और मोबाइल फोन पर एक लिंक भेजा जाता है जहां से इसे डाउनलोड किया जा सकता है। पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग, भारत सरकार द्वारा डिजिटल दुनिया में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। संयुक्त सचिव श्री संजीव नारायण माथुर ने बताया कि पहले जीवन प्रमाणपत्र व्यक्तिगत रूप से देने के लिए वृद्ध पेंशनभोगियों को बैंकों के बाहर कतारों में घंटों खड़ा होना पड़ता था। अब, यह उनके घर से ही आसानी से एक बटन के क्लिक पर संभव हो गया है। केंद्रीय टीम ने डिजिटल माध्यम से अपने जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए 5 नवंबर, 2022 को केंद्र का दौरा कर शिविर का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आग्रह किया है।
फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए विभाग पूरे नवंबर महीने में अभियान चला रहा है।
*95 वर्षीय पेंशनभोगी . बलवंत सिंह भी फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा किया,संजीव एन माथुर,ज्वाईंट सेक्रेटरी ने किया फेस ऑथेंटिकेशन*
इस अभियान में पेंशनभोगियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 95 वर्षीय पेंशनभोगी श्री. बलवंत सिंह भी फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए आए। उन्होंने इस नई तकनीक की शुरूआत पर प्रसन्नता और संतोष व्यक्त किया। अपने मोबाइल फोन में फेस ऑथेंटिकेशन जीवन प्रमाण ऐप डाउनलोड करने और अपने फोन से जीवन प्रमाणपत्र देने के संबंध में विभाग के अधिकारियों द्वारा इन पेंशनभोगियों का मार्गदर्शन किया गया।