जिला बदर होने के बावजूद पैंदा हत्या के एक मामले के गवाह सनोज को धमकाने के लिए कचहरी पहुंच गया था। पैंदा ने उसे गवाही देने पर गोली मार देने की धमकी दी थी। गवाह की शिकायत पर पहुंची पुलिस ने अनिल पैंदा को हिरासत में लेकर पुलिस चौकी में बैठा लिया था, लेकिन कुछ देर बाद ही हंगामा कर उसे हिरासत से छुड़ा दिया गया। दो महीने से वह फरार है। पुलिस की टीम उसकी तलाश कर रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि कविनगर थाने की टीम के अलावा अन्य तेज तर्रार अफसरों की टीम पैंदा के नजदीक पहुंच चुकी है और पूरी तरह घेराबंदी कर चुकी है। रविवार तक उसकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। हालांकि एसएसपी मुनिराज जी. का कहना है कि अनिल पैंदा गाजियाबाद पुलिस का वांछित अपराधी है और उसकी तलाश की जा रही है। उनका कहना है कि अभी वह गिरफ्त से बाहर है।
गाजियाबाद: (मानवी मीडिया) पुलिस हिरासत से छूटकर भागे लोनी थाने के टॉप टेन अपराधियों में शुमार अनिल उर्फ पैंदा की गिरफ्तारी जल्द हो सकती है। गाजियाबाद पुलिस की कई टीमों ने उसकी घेराबंदी कर दी है और उसके नजदीक पहुंच गई है। अनिल उर्फ पैंदा को बीते एक सितंबर को कचहरी में कुछ वकीलों और उसके सहयोगी पुलिस हिरासत से छुड़ाकर ले गए थे।