मुख्यमंत्री योगी ने राष्ट्रीय पोषण माह पर 501 आंगनवाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण, 199 आंगनवाड़ी केन्द्रों का शिलान्यास - मानवी मीडिया

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Friday, September 16, 2022

मुख्यमंत्री योगी ने राष्ट्रीय पोषण माह पर 501 आंगनवाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण, 199 आंगनवाड़ी केन्द्रों का शिलान्यास

 

लखनऊ: (मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  की प्रेरणा व मार्गदर्शन में देश में राष्ट्रीय पोषण माह मजबूती के साथ आगे बढ़ा है। उत्तर प्रदेश ने इसमें बड़ी सफलता प्राप्त की है। अगर मां स्वस्थ होगी तो स्वभाविक रूप से हमारा वर्तमान स्वस्थ होगा। किशोरी, कन्या या बालक कुपोषण से मुक्त होकर सुपोषित होगा तो हमारा बचपन स्वस्थ होने के साथ ही समाज व राष्ट्र भी स्वस्थ एवं सशक्त बनने के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर अग्रसर होगा।

मुख्यमंत्री  ने आज यहां लोक भवन में राष्ट्रीय पोषण माह-2022 कार्यक्रम का शुभारम्भ कर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने 501 आंगनवाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण तथा 199 आंगनवाड़ी केन्द्रों का शिलान्यास किया। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों के क्षमतावर्द्धन तथा गृह भ्रमण में परामर्श की गुणवत्ता हेतु ‘सक्षम’ (पोषण मैनुअल) का तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा विगत 05 वर्षाें की उपलब्धियों विषयक पुस्तिका ‘सशक्त आंगनवाड़ी’ का विमोचन किया। उन्होंने आंगनवाड़ी केन्द्रों के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण हेतु ‘सहयोग’ मोबाइल ऐप तथा 03 से 06 वर्ष के बच्चों हेतु ई0सी0सी0ई0 आधारित ‘बाल पिटारा’ मोबाइल ऐप को लॉन्च किया। उन्होंने आकांक्षात्मक जनपदों में 06 वर्ष की आयु तक के बच्चों के लिए दूरभाष पर गतिविधियों पर आधारित सीखने-सिखाने की प्रणाली ‘दुलार’ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में 02 बच्चों का अन्नप्राशन तथा 03 गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की। 

मुख्यमंत्री  ने कहा कि विगत 05 वर्षाें में उत्तर प्रदेश ने प्रतिबद्धता के साथ मिशन मोड पर पोषण माह को सफलता के साथ आगे बढ़ाने का कार्य किया है। यह कार्यक्रम अपने वर्तमान व भविष्य को पोषण से युक्त करने तथा सक्षम बनाने का एक अभियान है। राज्य सरकार तकनीक के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों, माताओं, किशोरी कन्याओं तथा बच्चों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने का कार्य कर रही है। प्रदेश में 01 लाख 89 हजार आंगनवाड़ी केन्द्र हैं। वर्ष 2017 से पूर्व कई आंगनवाड़ी केन्द्रों का अपना भवन नहीं था। उन सभी को चिन्हित करते हुए विगत 05 वर्षाें में 21,400 से अधिक आंगनवाड़ी केन्द्रों के पक्के भवन बनाये गये हैं। 

मुख्यमंत्री  ने कहा कि किसी जनपद के भ्रमण में उनका प्रयास होता है कि वे किसी स्वास्थ्य केन्द्र तथा आंगनवाड़ी केन्द्र और बेसिक शिक्षा परिषद के किसी स्कूल का निरीक्षण अवश्य करें। शिक्षा और स्वास्थ्य किसी भी समाज की दो बुनियादी आवश्यकताएं हैं। समाज की आधारशिला यहीं से खड़ी होती है। अच्छी व उत्तम शिक्षा एक बच्चे के सुनहरे भविष्य के साथ-साथ समाज व राष्ट्र की नींव को मजबूत करने का आधार बनती है। आंगनवाड़ी केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान बच्चों को रोचक तरीके से अक्षर ज्ञान प्राप्त करते हुए देखकर उन्हें प्रसन्नता होती है। यहां पर बच्चों को सहजता के साथ सिखाया जाता है। यह चीजें बताती हैं कि बचपन में उदाहरण के माध्यम से रोचक जानकारी दी जाए तो बच्चों की नींव मजबूत होती है।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि वर्ष 2017 में नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में प्रदेश सबसे पिछड़े राज्यों में से एक था। यह प्रदेश सरकार के सामने एक चुनौती थी। विगत 05 वर्षाें में प्रदेश सरकार द्वारा किये गये प्रयास व कार्याें से आज एनीमिया के स्तर में सुधार हुआ है तथा राज्य का औसत राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। साथ ही, शिशु मृत्यु दर व मातृ मृत्यु दर को नियंत्रित करते हुए राष्ट्रीय औसत के पास पहुंच गया है। इससे यह प्रदर्शित होता है कि प्रदेश सरकार द्वारा सही दिशा में प्रयास किया जा रहा है। 

मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पोषण मिशन के कार्यक्रम को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। विभिन्न कार्यक्रमों को विकेन्द्रित करते हुए 60 हजार से अधिक महिला स्वयं सहायता समूहों को इससे जोड़ा गया है। यह समूह अपनी जिम्मेदारी को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने का कार्य कर रही हैं। प्रदेश के प्रत्येक जनपद में पोषाहार से जुड़े प्लाण्ट लगाये जा रहे हैं। इनमें क्वालिटी का ध्यान रखा जा रहा है। फूड व पोषाहार को प्रत्येक स्तर पर पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में थर्ड पार्टी मॉनिटरिंग की भी व्यवस्था की गयी है। प्रदेश सरकार इस दिशा में सामूहिक रूप से निरन्तर आगे बढ़कर सफलता की नई कहानी कह रहा है।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रदेश में 01 करोड़ 70 लाख बच्चे आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से अपनी नींव मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के आंगनवाड़ी केन्द्रांे में जितने बच्चे हैं, उतना दुनिया के कई देशों व भारत के कई राज्यों की आबादी नहीं है। इन बच्चों को पोषण देने, देश का भविष्य बनाने, सक्षम बचपन से सक्षम युवक बनाने तथा ये प्रतिभावान नौजवान हों, इसके लिए इन बच्चों की नींव को मजबूत करने की जिम्मेदारी आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों की है। इस नींव को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय पोषण माह कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा से यह कार्यक्रम एक राष्ट्रीय कार्यक्रम का हिस्सा बना है। प्रदेश की राज्यपाल  आनन्दीबेन पटेल  आंगनवाड़ी केन्द्रों को गोद लेने की कार्यवाही को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया है। यह प्रयास होना चाहिए कि प्रदेश में सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों को जनप्रतिनिधिगण, शासकीय प्रतिनिधि, पुलिस के अधिकारी, शिक्षा विभाग के अधिकारी और समाज के सक्षम तबके के लोग गोद लेकर वहां की बुनियादी सुविधाओं का विकास करें, जिससे बच्चों को सक्षम बनाया जा सके।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि कोविड काल खण्ड में आंगनवाड़ी बहनों के कार्य को सराहा गया है। इन लोगों ने महामारी के दौरान ए0एन0एम0 और आशा बहनों के साथ मिलकर अपनी भूमिका का निर्वहन किया है। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी बहनें अपने कार्यक्रमों में योगदान देने के साथ ही, अपने कार्याें को मोबाइल पर अपलोड भी करें। शासन, जनपद तथा ब्लॉक स्तर पर इसकी नियमित मॉनिटरिंग की जाए, तो सही डाटा उपलब्ध होगा। सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों को अपने डाटा को अपलोड करने की आदत डालनी चाहिए, जिससे वे आंगनवाड़ी को सक्षम बनाने में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकती हैं। यह देश बनाने का अभियान है। प्रधानमंत्री  ने राष्ट्रीय पोषण माह के माध्यम से इस अभियान को संचालित किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का बचपन सुरक्षित है तो देश का भविष्य भी सुरक्षित होगा। इस अभियान से जुड़कर भारत के भविष्य को स्वस्थ व सक्षम बनाने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि इस अभियान के द्वारा एक नई गति के साथ नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में प्रदेश के आंकड़ों में उत्तरोत्तर सुधार कर राष्ट्रीय औसत से भी अच्छी स्थिति प्राप्त करने में सफल होंगे।

इस अवसर पर महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री  बेबी रानी मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री  की परिकल्पना व मुख्यमंत्री  के नेतृत्व में प्रदेश को सुपोषित बनाने के लिए राज्य सरकार सतत् प्रयासरत है। इस दिशा में बेहतर व सही पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छ पानी, स्वच्छता के नियमों को व्यवहार में अपनाते हुए प्रदेश की महिलाओं व बच्चों में पोषाहार स्तर सुधार के लिए प्रदेश ने 01 लाख 89 हजार आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से 01 करोड़ 70 लाख से अधिक लाभार्थियों को लाभान्वित किया है। मुख्यमंत्री  की प्रेरणा से समुदाय के अन्तिम छोर तक स्वस्थ पोषण का संदेश देने के लिए पोषण पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है।

इस अवसर पर महिला कल्याण, बाल विकास पुष्टाहार राज्यमंत्री  प्रतिभा शुक्ला, मुख्य सचिव  दुर्गा शंकर मिश्र, सचिव महिला एवं बाल विकास  अनामिका सिंह सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री उपस्थित थे।

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