मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मीडिया से बातचीत में नीतीश कुमार ने कहा कि अब जल्द ही विधानसभा का सत्र बुलाया जाएगा और मंत्रियों का शपथ ग्रहण भी जल्द से जल्द होगा। हम समय आने पर जनता को सब कुछ बता देंगे। बीजेपी के साथ जाने पर हमारी सीटें कम हुईं थी।
नीतीश ने महागठबंधन विधानमंडल दल के नेता चुने जाने के बाद मंगलवार को राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
इससे पहले नीतीश ने एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। महागठबंधन को सात दलों के 164 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। भाजपा से अलग होकर नीतीश कुमार ने सात दलों के ‘महागठबंधन’ के साथ जाने का फैसला किया गया है।