छात्रों को रोजगार देने के लिए गंभीर
उन्होंने कहा कि छात्रों की मांग को लेकर सरकार गंभीर है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी मैदान से इसे लेकर ऐलान भी किया है. उन्होंने प्रदर्शन कर रहे युवाओं से संयम बरतने की अपील की है और कहा कि हम उन्हें भरोसा दिला रहे हैं, ऐसे में प्रदर्शन करने की जरूरत नहीं है. तेजस्वी ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने दो साल तक राज्य को बर्बाद करने का काम किया है और उन्हें इस बारे में सवाल नहीं करना चाहिए. तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी ने देशभर के युवाओं का भविष्य अंधेरे में झोंकने का काम किया है और सिर्फ जुबलेबाजी की है.
उन्होंने कहा कि छात्रों के साथ पटना में जो हुआ वह ठीक नहीं और हमारी सरकार उन्हें रोजगार देने के लिए गंभीरता से काम भी कर रही है. तेजस्वी यादव और उनकी सरकार ने बिहार में 20 लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा किया है. साथ ही एनडीए के सहयोग से चलने वाली पूर्व की नीतीश सरकार पर वह युवाओं की अनदेखी के मुद्दे पर निशाना साधते रहे हैं. लेकिन बिहार में बदले सियासी माहौल के बाद अब वह खुद डिप्टी सीएम हैं और उनकी पार्टी आरजेडी सत्ताधारी गठबंधन का अहम हिस्सा है.
ADM ने बेरहमी से की अभ्यर्थी की पिटाई
दरअसल, पटना में शिक्षक भर्ती परीक्षा की मांग को लेकर सड़कों पर अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया. उनकी मांग थी कि सरकार जल्द ही राज्य में सीटेट की परीक्षा कराए लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस भरोसा नहीं मिल पाया है. इस बीच पटना में प्रदर्शनकारियों के ऊपर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन का इस्तेमाल भी किया गया. मौके पर पहुंचे पटना के एडीएम केके सिंह ने एक अभ्यर्थी को जमीन पर गिराकर लाठियों से पीटा और उसके हाथ से तिरंगा झंडा भी छीना गया. वरिष्ठ अधिकारी के ऐसी करतूत मीडिया के कैमरों में कैद हो गई जिससे बाद पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
पटना में प्रदर्शनकारी छात्र की बेरहमी से पिटाई पर डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि एडीएम लॉ एंड ऑर्डर केके सिंह की कार्रवाई को कहीं से भी जायज करार नहीं दिया जा सकता. उन्होंने कहा कि पूरे मामले पर दो सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है, जांच रिपोर्ट के आधार पर जल्द से जल्द कार्रवाई होगी. उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्रों से भी शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग रखने की अपील की है.