लखनऊ: (मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आज उनके सरकारी आवास पर भारत में इण्डोनेशिया की राजदूत इना एच0 कृष्णमूर्ति के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर इण्डोनेशिया और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य सम्बन्धों को और बेहतर करने के विषय में विचार-विमर्श किया गया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 25 करोड़ आबादी वाला उत्तर प्रदेश भारत में सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश है। यह भारत का हृदय स्थल है। यह भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परम्पराओं का स्रोत है। यहां की उर्वर भूमि इस प्रदेश की समृद्धि का मूलाधार है। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि, भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि और लीलाभूमि, महात्मा बुद्ध का प्रथम उपदेश स्थल और महापरिनिर्वाण स्थल इसी उत्तर प्रदेश में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें जब भी दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों में जाने का अवसर मिला है, उन्हें वहां देवासुर संग्राम की प्रतिकृतियां देखने को मिली हैं। देवासुर संग्राम से सम्बन्धित कुम्भ दुनिया का सबसे बड़ा मानव समागम है। यह आयोजन भी इसी प्रदेश की पुण्य धरा पर होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत और इण्डोनेशिया के मध्य घनिष्ठ सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक सम्बन्ध हैं। दोनों देश लम्बा इतिहास साझा करते हैं। महर्षि वाल्मीकि रचित रामायण में बाली, जकार्ता, सुमात्रा का प्रमुखता से उल्लेख है। इन क्षेत्रों से जुड़ना हर भारतीय के लिए उत्सुकता और आकांक्षा का विषय है। राम और बुद्ध की परम्परा से जुड़ना प्रत्येक भारतीय के लिए गौरवपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में दीपोत्सव के विशेष आयोजन में प्रतिवर्ष इण्डोनेशिया के रामलीला कलाकारों को आमंत्रित किया जाता है। कलाकारों की अनुपम प्रस्तुतियां यहां लोगों को लुभाती है। समय के साथ संभव है कि दोनों देशों की उपासना पद्धति में कुछ भिन्नता हो गई हो, किंतु हमारी मूल भावना एक ही है। उन्हें प्रसन्नता होगी, यदि इस वर्ष अयोध्या दीपोत्सव के मुख्य आयोजन में इण्डोनेशिया के माननीय मंत्री के नेतृत्व में एक सांस्कृतिक दल का स्वागत करने का अवसर मिले। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश अपनी विरासत और परंपराओं के संरक्षण का कार्य कर रहा है। इण्डोनेशिया हमारी विरासतों का निकटतम सहयोगी है। दोनों देशों के बीच सम्बन्धों को नई ऊंचाई देने में हमारी साझा संस्कृति महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में असीम सम्भावनाएं हैं। हम भारत में खाद्यान्न उत्पादन में प्रथम स्थान पर हैं। शुगर और एथेनाल का उत्पादन सर्वाधिक यहीं होता है। विभिन्न सब्जियों और फलों के उत्पादन में हम नम्बर एक हैं। ‘एक जनपद एक उत्पाद’ (ओ0डी0ओ0पी0) के माध्यम से प्रदेश मंे बेरोजगारी दर को कम करने और एक्सपोर्ट को बढ़ाने में बड़ी मदद मिली है। उन्हें यह जानकर सुखद अनुभव हुआ है कि इण्डोनेशिया भी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर ‘एक गांव एक उत्पाद’ की योजना संचालित कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मैन्युफैक्चरिंग इण्डस्ट्री को प्रोत्साहित कर रही है। सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के क्षेत्र में प्रदेश सरकार ने युवाओं के लिए शानदार अवसर उपलब्ध कराए हैं। इसके साथ-साथ राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट के कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं। प्रदेश 05 एक्सप्रेस-वे और 09 एयरपोर्ट वाला राज्य है। शीघ्र ही 05 और एयरपोर्ट शुरू होने जा रहे हैं। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश 05 इन्टरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य भी बनने जा रहा है। इस क्षेत्र में विकास की असीम सम्भावनाएं हैं, जिसमें इण्डोनेशिया हमारा अच्छा सहयोगी बन सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में इन्टरनेशनल एयरपोर्ट शुरू हो चुका है। यहां से दक्षिण पूर्व एशिया के देशों के लिए हवाई उड़ान शुरू करने के लिए तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार जनवरी 2023 में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन की तैयारी कर रही है। इण्डोनेशिया के उद्यमियों के लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है। दोनों देशों के बीच आर्थिक सम्बन्धों को और मजबूत करने के लिहाज से यह महत्वपूर्ण अवसर है। उम्मीद है कि इण्डोनेशिया की ओर से सकारात्मक सहयोग प्राप्त होगा। यह सहयोग जी2जी और पी2पी दोनों ही मोड में हो सकता है।
इण्डोनेशिया की राजदूत इना एच0 कृष्णमूर्ति ने मुख्यमंत्री का अभिवादन करते हुए कहा कि उनके नाम में ही कृष्णमूर्ति जुड़ा हुआ है, अतः इस प्रदेश से गहरा लगाव होना स्वाभाविक ही है। हम चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश और इण्डोनेशिया के बीच एक सीधी हवाई सेवा उपलब्ध हो, तो हमें खुशी होगी। यह हवाई सेवा दोनों देशों के सम्बन्धों को और बेहतर बनाने में उपयोगी होगी।
राजदूत ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बेहतरीन इनिशिएटिव ‘एक जनपद एक उत्पाद’ (ओ0डी0ओ0पी0) से प्रेरणा लेकर इण्डोनेशिया के बाली में ‘वन विलेज वन प्रोडक्ट’ कार्यक्रम शुरु किया गया है। इस प्रयास से ग्रास रूट लेवल पर अर्थव्यवस्था को गति मिली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के लिए संचालित ‘मिशन शक्ति’ के उत्साहजनक परिणामों से वे बहुत प्रभावित हैं।
राजदूत ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के क्षेत्र में जिस तरह तरक्की कर रहा है, वह उल्लेखनीय है। शीघ्र ही उत्तर प्रदेश एक और एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करने जा रहा है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जी को इण्डोनेशिया की ओर से अग्रिम शुभकामनाएं दी।
राजदूत ने कहा कि इण्डोनेशिया की खाद्यान्न जरूरतों को पूरा करने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत का सबसे अधिक खाद्यान्न उत्पादक राज्य होने की दृष्टि से उत्तर प्रदेश से उन्हें अधिक अपेक्षाएं हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें हर सम्भव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना नवनीत सहगल उपस्थित थे।
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Tuesday, July 12, 2022
इण्डोनेशिया की खाद्यान्न जरूरतों को पूरा करने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका
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