इसमें दो राय नहीं कि सन् 2022 का विधानसभा चुनाव लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। संवैधानिक संस्थाओं को भाजपा सरकार ने जानबूझकर कमजोर किया है। समाजवादी सरकार ने बुनियादी ढांचों के विस्तार देने का काम किया। भाजपा सरकार झूठे विज्ञापनों में कभी चीन, कभी कलकत्ता के दृश्य दिखाकर अपनी वाहवाही की है।
भाजपा की रैलियों में सरकारी साधनों का पूरी तरह दुरुपयोग करने के बाद भी समाजवादी विजय रथ यात्रा का भाजपा मुकाबला नहीं कर सकी। सपा की सफल रैलियों से डरी भाजपा अब साजिशों में जुट गई है। एक समाजवादी रथ छह भाजपाई रथों पर भारी पड़ गया है। जनता का प्रबल समर्थन समाजवादी पार्टी को मिला है।
अब समाजवादी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों सभी की जिम्मेदारी है कि बिना समय गंवाएं घर-घर दर-दर पर समाजवादी पार्टी के लिए दस्तक दें। समाजवादी प्रत्येक से निवेदन करेंगे कि 2022 का चुनाव लोकतंत्र के साथ विकास के लिए भी हो रहा है। समाजवादी पार्टी की जीत से ही खुशहाली और समृद्धि के रास्ते खुलेंगे।
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उत्तर प्रदेशः