लखनऊ (मानवी मीडिया) उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ की आरक्षित विधानसभा सीटों पर विशाल जनसभा का कार्यक्रम सतीश चंद्र मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। कु० मायावती के नीतियों,कार्यों एवं विचारों से प्रभावित होकर कांग्रेस पार्टी को छोड़कर कृपा राम शर्मा ने बसपा की सदस्य्ता ली।रिपब्लिक पार्टी ऑफ़ इंडिया के उपाध्यक्ष राजकुमार जाटव, इंजीनियर सचिन वडेला संस्थापक युवा एकता समिति, भीम आर्मी से राजकुमार जाटव ,के के सिंह ,मनोज जाटव, सुभाष गौतम ने साथियों के साथ बहुजन समाज पार्टी की सदस्य्ता ग्रहण की।
इस कार्यक्रम में देवेंद्र भारती जिला अध्यक्ष हापुड़, शमसुद्दीन राइन प्रभारी पश्चिमी यूपी लखनऊ मंडल एवं उत्तराखंड प्रभारी, अंकित केन विधानसभा अध्यक्ष, पूर्व जिलाध्यक्ष आदेश गुड्डू हापुड़, पूर्व जिलाध्यक्ष बबली केन हापुड़, देवेंद्र विमल सेक्टर प्रभारी मेरठ मंडल,दानिश अली अमरोहा संसद, सतपाल तितला मुख्यसेक्टर प्रभारी मेरठ मंडल, मुख्यसेक्टर प्रभारी सुनील मंत्री, रवि जाटव मुख्यसेक्टर प्रभारी मेरठ मंडल, पूर्व चैयरमैन जॉनी अग्रवाल,सुरेश कश्यप एमएलसी,सीखा तोमर जिला पंचायत सदस्य हापुड़ मंच पर मौजूद रहे ।
हापुड़ विधानसभा प्रत्याशी मनीष कुमार मोनू,खुर्जा विधानसभा प्रत्याशी विनोद जाटव पूर्व जिलाध्यक्ष गाज़ियाबाद,UAPA और NSA ना हो गया हैं तमाशा हो गया है।जिसपर मन हो रहा लगा दे रहे। खासकर के मुस्लिम समाज पर,ब्राह्मण और दलित समाज पर ।
पुलिस भी गुंडागर्दी करने लगी है, कानपूर की घटना ने मन दुःखित कर दिया है। किसी बच्चे के सामने उसके परिवार को पीटना उस बच्चे के दिमाग पर क्या छाप छोड़ेगा । बच्ची गोद में है और उसके पिता को इस कदर लाठियों से मार रहे कि लाठियां टूट जा रही और बच्ची को खींच रहे। कितनी क्रूरता भरी है भाजपा और पुलिस वालों के अंदर।
ओपिनियन पोल तो खरीदे जाते हैं।हमारे पास भी यह ओपिनियन पोल वाले आए थे, हमने बता दिया कि हम भाजपा की तरह जनता के पैसों को बर्बाद करके ओपिनियन पोल जैसी फ़र्ज़ी चक्करों में नहीं पड़ते। हम जनता के पैसों को उनके हित के लिए उपयोग करते हैं ना की अपना प्रचार-प्रसार करने के लिए।
बहुजन समाज पार्टी जनता से चंदा लेकर चुनाव लड़ती है। पूंजीपतियों से पैसे लेकर नहीं। क्योंकि जब हम सरकार बनाते हैं तो जनता के लिए काम करते हैं और भाजपा वालों को पूंजीपतियों के हिसाब से काम करना पड़ता है।
बहन मायावती के आते ही कानून का राज चलने लगता है।वह सिर्फ विकास की बात करती हैं।
कानून से बड़ा बहन के नजर में कोई भी नहीं। खुद की पार्टी के सांसद, मंत्री भी नहीं।
बहन झूठे वादे नहीं करती हैं, भाजपा ने महिलाओं से सुरक्षा के नाम पर वोट लिया और धोखा दे दिया।
बसपा सरकार में सवा सौ से 250 रूपये तक किसानों की आये बढ़ाने का काम किया। आखिरी कैबिनेट 2012 की थी उसमें किसानों के लिए 40 रुपया बढ़ाया।
किसानों की आये सपा ने 15 और भाजपा ने सिर्फ 25 रूपये बढ़ाये हैं और ये किसानों के हित की बात करते हैं जो सुनकर हास्यास्पद लगता है।
सपा काल में 134 दंगे हुए।जब प्रदेश में दंगे हो रहे थे तो सैफई में महोत्सव मनाया जा रहा था, नाच गाना हो रहा था, रंगारंग कार्यक्रम हो रहा था।
समाजवादी पार्टी और भाजपा पार्टी एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। अगर भाजपा ए टीम है तो सपा बी टीम है।
कपिल मिश्र - जो लोग कह रहे हैं कि हम लैपटॉप और टेबलेट बाकी बाटेंगे आप लोगों को उनसे यह सवाल जरूर पूछना चाहिए कि जब 2 साल लॉक डाउन था लोग घरों में थे और बच्चे अपनी पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे तब यह कहां से और अगर इनको यह लैपटॉप टेबलेट बांटना ही था उस वक्त क्यों नहीं बांटा यह दिखावा है बीजेपी का चुनावी दिखावा है क्योंकि चुनाव करीब में है आरक्षण के नाम पर धोखा देने का काम कर रही है।जो लोग आपको डराने धमकाने का काम करते हैं अब उन लोगों से डरना नहीं है और घर-घर जाकर लोगों को बताना है कि बहन आ रही है।
दानिश अली सांसद अमरोहा - प्रदूषण एक गंभीर मुद्दा है। जिस को कम करने के लिए कोयले से बिजली उत्पादन को खत्म करने की जरूरत है।
जब सारी दुनिया 2050 तक कोयला उत्पादक बिजली को खत्म करना चाह रही है वहीं भारत सरकार ने कहा की हम 2070 के बाद इस मुद्दे पर विचार करने की बात कर रहे हैं। इस पर हमने सदन में भाजपा से पूछ लिया कि क्या आपने किसी बड़े कॉर्पोरेट हाउस को ऑस्ट्रेलिया में 2070 तक की कोयले की खदान दिलाई है तो इस बात पर भाजपा के सारे नेता खड़े हो गए और भड़क गए।
जब 2007 का चुनाव हो रहा था तू भी ओपिनियन मेकिंग पोल्स कह रहे थे कि बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश में कहीं दिखाई नहीं पड़ रही। और इसका उल्टा हुआ हमारी बहुमत की सरकार बनी।
बहुजन समाज पार्टी पैसे बर्बाद करके पॉलीटिकल कैंपेन नहीं कर रही हमारा कार्यकर्ता बूथ पर मजबूती के साथ काम कर रहा है।
बहुजन समाज पार्टी के लोगों को सदन में हमेशा विपक्षी पार्टी ना बोलने देने का मौका तलाशती है लेकिन हम दलित शोषित वंचित समाज के लोगों की ही आवाज है अगर हम उनके लिए लड़ेंगे नहीं तो कौन लड़ेगा।
राज्यसभा में जब मिश्रा खड़े हो जाते हैं तो प्रधानमंत्री भी हो या गृहमंत्री सब थरथर कांपने लगते हैं।
CAA का सबसे पहले विरोध बहुजन समाज पार्टी और बहन जी ने किया था