सलमान खुर्शीद की किताब पर बवाल, हिंदुत्व को बताया ISIS और बोको हरम जैसा संगठन - मानवी मीडिया

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Thursday, November 11, 2021

सलमान खुर्शीद की किताब पर बवाल, हिंदुत्व को बताया ISIS और बोको हरम जैसा संगठन


नई दिल्ली (मानवी मीडिया): पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने हाल ही में अपनी किताब सनराइज ओवर अयोध्या 'Sunrise over Ayodhya' लॉन्च की है। जिसके बाद से ही उनकी इस किताब के कुछ अंश काफी चर्चा में हैं। ऐसे में सलमान खुर्शीद का एक बयान भी सामने आया कि यह उनकी जिम्मेदारी थी कि वह उस अदालत के फैसले की व्याख्या करें जिससे वह कभी जुड़े थे। हालांकि इसी बीच उनकी किताब में हिंदुत्व को लेकर लिखी गयी बातों के कारण अब बवाल मचा हुआ है। किताब में उन्होंने हिंदुत्व की आईएसआईएस (ISIS)और बोको हरम से तुलना की है

खुर्शीद की किताब पर भाजपा ने किया जोरदार हमला 

सलमान खुर्शीद की किताब पर भाजपा ने जोरदार हमला किया है। भाजपा प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने माइक्रोब्लॉगिंग ऐप कू (Koo App) पर पोस्ट कर कहा कि सलमान ख़ुर्शीद को आतंकी संगठनों से तुलना से पहले सोचना चाहिए कि यह किस प्रकार की विचित्र व वाहयाद तुलना है। उन्होंने कहा कि हिन्दू एक अनादि धर्म है जो  विष पीकर भी नीलकंठ बनते हैं व जगत का कल्याण करता है। डॉ त्रिवेदी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की एक कविता शेयर करते हुए कहा कि अटल जी की इस पंक्ति में हिंदू क्या है वो समझना चाहिये। 

जानें- क्यों मचा है बवाल

सलमान खुर्शीद की किताब में एक चैप्टर 'द सैफ्रन स्काई' को लेकर बवाल मचा हुआ है। दरअसल उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि मौजूदा दौर में हिंदुत्व का राजनीतिक रूप, साधु-संतों के सनातन और प्राचीन हिंदू धर्म को किनारे लगा रहा है। वहीं खुर्शीद ने किताब में आगे लिखा कि हिंदू धर्म को किनारे लगाता यह हिंदुत्व का राजनीतिक रूप आईएसआईएस और बोको हरम जैसे जिहादी संगठन जैसा ही है। ऐसे में इस पर काफी बवाल भी मचा हुआ है।


पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने की विवादित टिप्पणी

वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने सलमान खुर्शीद की लिखी किताब 'सनराइज ओवर अयोध्या' के लॉन्च पर कहा कि 6 दिसंबर, 1992 को जो कुछ भी हुआ वो बहुत गलत था। 6 दिसंबर 1992 को जो हुआ बह बहुत गलत था। यह एक ऐसी घटना थी जिसने हमारे संविधान को बदनाम किया। दो समुदायों के बीच एक अटूट खाई तैयार हो गई। यह गलत था। मैं सौ बार कहूंगा कि यह बेहद गलत था। लगभग 300 लोग आरोपी थे बरी हो गए, तो जैसे किसी ने जेसिका को नहीं मारा, ऐसे ही किसी ने बाबरी मस्जिद को ध्वस्त नहीं किया।

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