संविधान का अनुच्छेद 51 ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना से परिपूर्ण है -- राजनाथ सिंह - मानवी मीडिया

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Friday, November 19, 2021

संविधान का अनुच्छेद 51 ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना से परिपूर्ण है -- राजनाथ सिंह


लखनऊ, (मानवी मीडिया) रक्षा मंत्री  राजनाथ सिंह ने आज सायं सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा आयोजित ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 22वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ का ऑनलाइन शुभारम्भ किया। अपने अभिभाषण में रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 51 ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना से परिपूर्ण है, जो विश्व में शान्ति व भाईचारा की हमारी   भावना का प्रदर्शित करता है। आगे बोलते हुए  मुख्य अतिथि  राजनाथ सिंह ने कहा कि सस्टेनबल डेवलपमेन्ट एवं वैश्विक समस्याओं के निराकरण हेतु सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। ऐसे में यह सम्मेलन विश्व मानवता के कल्याण एवं भावी पीढ़ी के सुखमय भविष्य हेतु लाभकारी साबित होगा, ऐसा मेरा विश्वास है। देशों के बीच आपसी समझ व सामन्जस्य आज की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। बच्चों के आधिकारों व विश्व व्यवस्था के महत्वपूर्ण मुद्दे पर आवाज उठाने के लिए मैं सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी को हार्दिक बधाई देता हूँ। सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि इस अर्न्तष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से सीएमएस विश्व के बच्चों के लिए विश्व एकता की दिशा में एक नया भविष्य निर्मित कर रहा है, साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी नये आयाम स्थापित कर रहा है।

सम्मेलन के प्रतिभागी देशों में अल्जीरिया, अर्जेन्टीना, आस्ट्रेलिया, अजरबैजान, बोस्निया एण्ड हर्जेगोविना, ब्राजील, बुरूण्डी, केप वर्डे, कैमरून, कोमोरोस, कोस्टारिका, क्रोएशिया, इक्वाडोर, इजिप्ट, इश्वातिनी, फिजी आइसलैण्ड, जर्मनी, घाना, गुयाना, हैती, इटली, जापान, किर्गिज रिपब्लिक, लेसोथो, माल्टा, मैक्सिको, मॉरीशियाना, मंगोलिया, मोरक्को, म्यांमार, नेपाल, नीदरलैण्ड, पेरू, फिलीपीन्स, रोमानिया, रूस, स्लोवेनिया, साउथ अफ्रीका, साउथ कोरिया, श्रीलंका, सूरीनाम, स्विटजरलैण्ड, थाईलैण्ड, त्रिनिदाद एण्ड टोबैगो, तुवालू, यूक्रेन, यूनाइटेड किंगडम, यू.एस.ए., युगाण्डा एवं भारत प्रमुख हैं।

मुख्य न्यायाधीशों के इस सम्मेलन में मेयर संयुक्ता भाटिया ने विश्व के न्यायविद्ों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए इस्वातिनी के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति भेकी महापाला को ऑनलाइन प्रजेन्टेशन द्वारा लखनऊ शहर की चाबी भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर न्यायमूर्ति भेकी महापाला ने कहा कि विश्व के ढाई अरब बच्चों को सुरक्षित भविष्य का अधिकार दिलाना एक ऐसा मुद्दा है जो विश्व में एकता, शान्ति व सौहार्द की स्थापना से ही संभव है।

सी.एम.एस. संस्थापक, प्रख्यात शिक्षाविद् एवं ‘अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन’ के संयोजक डा. जगदीश गाँधी ने मुख्य अतिथि  राजनाथ सिंह, विशिष्ट अतिथि  संयुक्ता भाटिया एवं 50 देशों की गणमान्य हस्तियों, न्यायविद्ों व कानूनविद्ों का हार्दिक स्वागत अभिनंदन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ राष्ट्रगान ‘वन्दे मातरम’, ‘स्कूल प्रार्थना’ एवं सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस के छात्रों द्वारा विभिन्न प्रकार के स्कूल बैण्ड के प्रस्तुतिकरण से हुआ। स्वागत गान, विश्व एकता प्रार्थना, सर्वधर्म प्रार्थना, कोरियोग्राफी आदि विभिन्न रंगारंग प्रस्तुतिकरण ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर जीनस येगुन द्वारा चरित ‘सांग ऑफ यूनिटी’ का ऑनलाइन प्रस्तुतिकरण विशेष सराहनीय रहा।

सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने अतिथियों एवं देश-विदेश की मूर्धन्य हस्तियों, न्यायविद्ों व कानूनविद्ों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक सम्मेलन के अन्तर्गत न्यायविद्ों की परिचर्चा का दौर कल 20 नवम्बर से प्रारम्भ हो जायेगा। इससे पहले, सम्मेलन के औपचारिक उद्घाटन हेतु 20 नवम्बर, शनिवार को प्रातः 10.00 बजे मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ को आमन्त्रित किया गया है। राज्यसभा सदस्य  सुधांशु त्रिवेदी इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि होंगे। इसके उपरान्त अपरान्हः 2.00 बजे डा. राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, लखनऊ के वाइस चांसलर प्रो. सुबीर के. भटनागर एवं सायं 6.00 बजे प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष  हृदय नारायण दीक्षित अपनी ऑनलाइन उपस्थिति से सम्मेलन की गरिमा बढ़ायेंगे।

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