लखनऊ (मानवी मीडिया): लखीमपुर हिंसा कांड में सहआरोपी अंकित दास ने भी एसआईटी के सामने सरेंडर कर दिया है। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में पुलिस अंकित दास को ढूंढने के लिए रविवार को लखनऊ के पुराना किला मोहल्ले में उसके घर पर भी पहुंची थी, लेकिन अंकित वहां मौजूद नहीं था। अंकित के घर पर जाकर भी पुलिस ने पूछताछ की थी। अंकित दास की तलाश में पुलिस ने कई जगह छापेमारी की भी की थी।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश पुलिस के भारी दबाव के चलते अंकित दास कोर्ट में हाज़िर नहीं हुआ। अंकित सरेंडर करने के लिए वकीलों के साथ पहुंचा था, कल ही अंकित ने कोर्ट में सरेंडर की अर्जी भी दी थी। अंकित के साथ उसका गनर लतीफ भी मौजूद थाष वारदात में शामिल फॉर्च्यूनर गाड़ी अंकित की ही थी। लखीमपुर के तिकुनिया की इस घटना में तीन वाहनों का इस्तेमाल किया गया था और इसमें एक थार, दूसरी फॉर्च्यूनर और तीसरी स्कॉर्पियो शामिल हैं। वहीं थार द्वारा चार किसानों को कुचलने के के बाद वहां पर मौजूद किसानों की भीड़ ने थार और फॉर्च्यूनर को आग के हवाले कर दिया था, जबकि स्कॉर्पियो मौके से फरार हो गई गई थी।
बता दें कि अंकित दास, कांग्रेस के पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे हैं। अखिलेश दास यूपी में कांग्रेस के दिग्गज नेता हुआ करते थे और बाद में वह बसपा में शामिल हो गए थे। अखिलेश दास मनमोहन सिंह सरकार में इस्पात राज्यमंत्री भी रहे हैं और उसके बाद उन्होंने बसपा का दामन थाम लिया था। अखिलेश दास का अप्रैल 2017 में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।