लखनऊ (मानवी मीडिया) सदन समुदायों के हित के लिए चर्चा करके क़ानून बनाने का मंच है, यह उ॰प्र॰ के लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर है, जिसे भा॰ज॰पा॰ सरकार ने राजनैतिक गोटी बिछाने के लिए कलंकित किया।
यह अहूत सदन लखीमपुर में भा॰ज॰पा॰ के टायर से कुचलकर किसानो की हत्या के पाप को छुपाने, ध्यान भटकाने का चुनाव है। आहूत यह सदन इतिहास में चुनाव के लिए नहीं लोकतंत्र की हत्या करने के लिए आहूत था, याद रखा जाएगा।
अगर सरकार की नीयत ठीक होती लोकतंत्र की मर्यादें याद रहती तो दोनो सदनो में चुनाव होते क्योंकि विधान परिषद में भी उप सभापति का पद रिक्त है वहाँ चुनाव क्यों नहीं?
भाजपा जो फ़ैसला अपने हार जीत के हिसाब से ले उसे हम मान्य कर लेंगे भाजपा हारने से डरी है, गृह राज्य मंत्री टेनी का इस्तीफ़ा ना लेकर भाजपा अपने अहंकार की रक्षा की है।
हम चाहते हैं विधानमंडल का पूर्ण सत्र आहूत किया जाए और लखीमपुर नर संहार की चर्चा हो सके, ऐसे टायर से रौंद कर मारने के विरुद्ध सख़्त क़ानून बने ।