देहरादून (मानवी मीडिया): खटीमा से भाजपा के विधायक पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। धामी उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री बने। देहरादून स्थित राजभवन पर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे। वहीं इस दौरान भाजपा विधायक सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, बंसीधर भगत और यशपाल आर्य ने नए राज्य मंत्रिमंडल में मंत्रियों के रूप में शपथ ली।
इससे पहले उत्तराखंड में नामित किए गए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले रविवार को अपना ज्यादातर समय अपनी पार्टी के असंतुष्ट नेताओं को मनाने में बिताया। भाजपा सूत्रों के अनुसार, पूर्व मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री रह चुके सतपाल महाराज और हरक सिंह रावत जैसे कुछ नेता पार्टी आलाकमान से शनिवार से नाराज हैं। पार्टी मामलों के प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम प्रदेश पार्टी अध्यक्ष मदन कौशिक के साथ यमुना कॉलोनी स्थित उनके आवास में नेताओं की नाराजगी दूर करने के प्रयास में लगे रहे जिससे शपथ ग्रहण समारोह में कोई विघ्न न आए। हालांकि उत्तराखंड भाजपा में पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री चुने जाने को लेकर बगावत की खबरों के बीच मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं समेत कई नेताओं ने किसी भी तरह के कलह से इनकार किया। तीरथ सिंह रावत की सरकार में मंत्री हरक सिंह रावत, यशपाल आर्य और बिशन सिंह चुपल ने कहा, कोई अंदरूनी कलह नहीं है और शाम को धामी कैबिनेट का शपथ ग्रहण कार्यक्रम के अनुसार होगा। देहरादून में सुबह से ही जोरदार अफवाह चल रही थी कि धामी के चयन से नाखुश वरिष्ठ नेता और मंत्री सतपाल महाराज और हरक सिंह रावत दिल्ली पहुंच गए हैं। हरक सिंह रावत ने स्पष्ट किया कि वह देहरादून में हैं और पार्टी नेतृत्व के साथ हैं। हरक सिंह रावत ने कहा, “मैं देहरादून में हूं और यहां सबके साथ बैठा हूं। केंद्रीय नेतृत्व के लिए समय मांगने के लिए दिल्ली में मेरी मौजूदगी की सभी खबरें निराधार और अफवाहें हैं। धामी भी खुद सतपाल महाराज से मिले और उन्हें गुलदस्ता भेंट किया। ऐसा माना जा रहा है कि उन्होंने महाराज को मना लिया है। हालांकि, पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि पार्टी में कोई नाराज नहीं है और सब लोग पार्टी के निर्णय के साथ एकजुट होकर खड़े हैं