नई दिल्ली (मानवी मीडिया) प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी की अगुवाई में कल जम्मू-कश्मीर को लेकर सर्वदलीय बैठक होनी
है। इस हाईलेवल बैठक से पहले जम्मू-कश्मीर और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर 48
घंटे का अलर्ट जारी किया गया है, साथ ही हाई स्पीड इंटरनेट सेवाएं कल भी
बंद रखी जा सकती हैं। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक इन सेवाओं को सस्पेंड
किया गया है।
जम्मू-कश्मीर
की राजनीतिक पार्टियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए जम्मू-कश्मीर
बीजेपी के अध्यक्ष रविंदर रैना और पार्टी नेता व पूर्व डिप्टी सीएम कविंदर
गुप्ता जम्मू से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। वीरवार की बैठक से पहले
मंगलवार को ही पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) ने घोषणा कर
दी थी कि उसके वे सभी नेता गुरुवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक में भाग लेंगे, जिन्हें केंद्र सरकार
ने आमंत्रण दिया है
लेकिन जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों की गरिमा के
साथ कोई समझौता नहीं किया जायेगा। इस बीच, पीएजीडी के एक घटक अवामी नेशनल
कॉन्फ्रेंस (एएनसी) के उपाध्यक्ष मुजफ्फर शाह ने कहा कि भारतीय संविधान के
तहत प्रदत्त अनुच्छेद 370 पर कोई समझौता नहीं होगा। शाह को बैठक के लिए
केंद्र का आमंत्रण नहीं मिला है। पीएजीडी के अध्यक्ष डॉ फारूक अब्दुल्ला ने
बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की
अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता मोहम्मद
यूसुफ तारिगामी और मैं अपनी मांगों को रखने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा
बुलायी गयी बैठक में शामिल होंगे। हमें विश्वास है कि हम प्रधानमंत्री और
गृह मंत्री के सामने अपना रुख रखेंगे। जम्मू-कश्मीर के मुख्यधारा के
राजनीतिक दलों को केंद्र के निमंत्रण पर चर्चा करने के लिए गुप्कर रोड पर
डॉ. अब्दुल्ला के आवास पर पीएजीडी नेताओं की बैठक बुलाई गई थी।