अहमदाबाद की कंपनी जायडस-कैडिला तीसरे फेज का ट्रायल लगभग पूरा कर चुकी है। जल्द ही कंपनी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से इसके इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मांग सकती है। अगर जल्द मंजूरी मिल जाती है, तो तीसरी लहर से कुछ राहत मिलेगी। जायडस कैडिला की यह वैक्सीन दुनियाभर की अन्य वैक्सीन्स से काफी अलग है। इस वैक्सीन की दो नहीं, बल्कि तीन डोजेस लगाई जाएंगी। बता दें कि इस समय पूरी दुनिया में सिर्फ फाइज़र ही एकमात्र वैक्सीन हौ जो 12 से 18 साल के उम्र के बच्चों को दी जा रही है।
कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन एन के अरोड़ा ने तीसरी लहर पर कहा कि आईसीएमआर ने एक स्टडी की है, जिसमें दावा किया गया है कि तीसरी लहर थोड़ा लेट आएगी। इस बीच हमारे पास लोगों को टीका लगाने के लिए 6-8 महीनों का समय है। आने वाले दिनों में हमारा टारगेट रोजाना एक करोड़ कोरोना टीके लगाने का होगा। उन्होंने कहा कि जाय़डस कैडिला की वैक्सीन अगले महीने के आखिर से 12 से 18 साल के बच्चों का लगाना शुरू किया जा सकता है। फिलहाल देश में 18 साल से ऊपर के लोगों को कोरोना टीका लगाया जा रहा है।