छात्रों को पसंद नहीं आई सीबीएसई बोर्ड की मार्किंग स्‍कीम, सुप्रीम कोर्ट में दी फैसले को चुनौती - मानवी मीडिया

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Saturday, June 19, 2021

छात्रों को पसंद नहीं आई सीबीएसई बोर्ड की मार्किंग स्‍कीम, सुप्रीम कोर्ट में दी फैसले को चुनौती


नई दिल्ली (मानवी मीडिया): सुप्रीम कोर्ट ने 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए CBSE के जिस फार्मूले को हरी झंडी दी थी, उसे कुछ छात्रों ने चुनौती दी है। जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट में 1152 छात्रों ने याचिका दायर कर इस स्कीम पर सवाल उठाते हुए कुछ सुझाव भी दिए हैं।

 

देश भर के 1152 छात्रों ने वकील मनु जेटली के जरिए दाखिल अपनी याचिका में कंपार्टमेंट, पिछले कई सालों से पास होने की उम्मीद में इम्तिहान देने वाले, पत्राचार से बारहवीं करने वाले, ड्रॉप आउट, प्राइवेट छात्रों के लिए भी नीति बनाने की मांग की है। इन वर्गों के तहत परीक्षा देने वाले छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों आदि की स्वास्थ्य सुरक्षा सहित सभी जरूरी इंतजाम करने के मुद्दे भी याचिका में उठाए गए हैं।सुप्रीम कोर्ट ने 03 जून को CBSE को 12वीं की परीक्षाओं की मार्किंग स्‍कीम बनाकर कोर्ट में पेश करने को कहा था। बोर्ड ने 17 जून को अपना फार्मूला कोर्ट को दिया जो कोर्ट ने मंजूर करते हुए रिकॉर्ड पर लिया, लेकिन याचिकाकर्ता छात्रों का कहना है कि इन वर्गों के छात्रों और परीक्षार्थियों को लेकर नई स्कीम उदासीन है। ये संविधान में दिए गए बुनियादी अधिकारों में समानता के अधिकारों के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन है।CBSEफरवरी में बोर्ड के सर्कुलर के मुताबिक कंपार्टमेंट, रिपिटिव, प्राइवेट, कॉरेस्पोंडेंस कोर्स आदि के परीक्षार्थियों के लिए प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट, इंटरनल असेसमेंट आदि अलग से आयोजित करने के बजाय रेगुलर छात्रों के साथ ही कराए जाएंगे। याचिकाकर्ताओं ने मांग की है कि इन वर्गों के छात्रों की आपत्तियां भी कोर्ट मंगाए और उनको भी व्यवहारिक राहत दे।

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