सरकार संक्रमणकाल में भी हेडलाइन मैनेजमेंट में जुटी, टीम इलेवन के बाद अब टीम नाइन का छोड़ रही है शोशा -अजय कुमार लल्लू
संकट के समय व्यवस्था के बजाय संवेदनहीनता की सीमाएं लांघ रही सरकार-अजय कुमार लल्लू
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि की रेफरल पर्ची के नाम पर जटिल प्रक्रिया से मरीजों व परिवार जनों का उत्पीड़न किया जा रहा है। राज्य में बेडो की पर्याप्त व्यवस्था व जांच केंद्र का दावा करने वाली सरकार के मुखिया व उनकी जिम्मेदार टीम यह बताये की केजीएमयू को कोविड फेसिलिटी हॉस्पिटल बनाने की घोषणा के बाद उसके 4500 सौ बेडो में मात्र 765 बेडों पर कोरोना पेशेंट है बाकी बेडो्र पर कोरोना पेशेंट क्यों नही भर्ती किये जा रहे हैं? अगर सब कुछ सही है तो केजीएमयू के होल्डिंग एरिया के बाहर कोरोना पेशेंट क्यों अपनी निजी ऑक्सीजन व्यवस्था के साथ मौत से संघर्ष करने को विवश हो रहे हैं?
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि राजधानी लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, जौनपुर, मेरठ, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, रायबरेली, अमेठी सहित प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को डब्लूएचओ की गाइडलाइन के हिसाब से आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं व पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन क्यों उपलब्ध नही हो रही है? मेडिकल कालेजों व अन्य सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स खुद कह रहे है की दवाएं व ऑक्सीजन की उपलब्धता करने में सरकार असफल हो चुकी है, मरीजों के परिजन ब्लैक में ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने को विवश हैं, उंन्होने कहा कि संकट के इस समय मे कांग्रेस अपनी सकारात्मक भूमिका के साथ सरकार की नाकामियों को गिनाते हुए उन्हें स्वस्थ्य सेवाओ की बदतर हालत सुधारने व मरीजों के जीवन को बचाने की गुहार करती रहेगी यही नही सरकार के झूठ व झूठे आंकड़ों को जनता के सामने लाकर उसके नकारेपन को भी उजागर करेगी।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पूर्व की तमाम चेतावनी के बाद भी सरकार दूसरी लहर को जहर बनने से रोकने की रणनीति बनाने के बजाय वह जनविरोधी रणनीति पर काम करती रही। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पूरे तंत्र को जंग लग गयी यह सबके सामने स्प्ष्ट हो चुका है। संकट की घड़ी में मुख्यमंत्री अपनी टीम के साथ बैठकों में पूरी तरह फर्जी बयानबाजी की व्यवस्था कर झूठ को सच बताने की कोशिश कर रहे है। मुख्यमंत्री थोथी बात कर संक्रमण व उससे हुई मौतों पर पर्दा डालने की निर्लज्जता के पाप के साथ संकट की चुनौती का सामना करने के बजाय कायर की तरह झूठ बोलते हुए मैदान से भाग रहे है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने राज्य की योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि उसे संक्रमण के संकटकाल की इंच मात्र सच्चाई का पता नही है। मरीज तड़प तड़प कर दम तोड़ रहे है उन्हें अस्पतालों में इलाज नही मिल पा रहा है, भर्ती नहीं हो पा रहे हैं। जांच रिपोर्ट में देरी के साथ सरकारी अस्पतालों में रेफरल पर्ची की व्यवस्था को कायम रखना मरीजों के साथ घोर पाप है। उन्होंने कहा कि सरकार को सत्ता के अहंकार की निद्रा से बाहर आकर काम करना चाहिये अन्यथा वैज्ञानिकों व चिकित्सको की मई माह के लिये आ रही चेतावनी प्रदेश में सरकार की लापरवाही के कारण कोरोना का भीषण तांडवकाल साबित होगा।